कुरुक्षेत्र, 4 अगस्त हरियाणा विश्वविद्यालय अनुबंधित शिक्षक संघ (हुक्टा) के बैनर तले कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अनुबंधित शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को 15 अगस्त से पहले उनकी नौकरी नियमित करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
आंशिक राहत मिली प्रदेश के 15 विश्वविद्यालयों में करीब 1500 संविदा सहायक प्राध्यापक कार्यरत हैं। विश्वविद्यालयों में नई भर्ती की प्रक्रिया रोककर सरकार ने संविदा कर्मचारियों को आंशिक राहत दी है, लेकिन नियमित नौकरी की मांग अभी पूरी नहीं हुई है। सरकार को इनकी नौकरी नियमित करने के लिए नीति बनानी चाहिए। – विजय मलिक, हुक्टा अध्यक्ष
शिक्षकों ने कहा कि नौकरी की सुरक्षा और वेतन में बढ़ोतरी के अभाव में संविदा कर्मचारियों में निराशा का भाव व्याप्त है। सरकार को संविदा कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर उन्हें नियमित करना चाहिए। इससे शिक्षकों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
शिक्षकों ने सीएम के साथ ही विभिन्न मंत्रियों और भाजपा नेताओं से मुलाकात की, जो रैली में शामिल होने पहुंचे थे।
एचयूसीटीए के प्रदेश अध्यक्ष विजय मलिक ने कहा, ‘प्रदेश के 15 विश्वविद्यालयों में करीब 1500 संविदा सहायक प्रोफेसर दो से 15 साल से काम कर रहे हैं। सरकार ने विश्वविद्यालयों में नई भर्ती की प्रक्रिया रोककर संविदा शिक्षकों को आंशिक राहत दी है, लेकिन नियमित नौकरी की मांग अभी पूरी नहीं हुई है। सरकार को उनकी नौकरी नियमित करने के लिए नीति बनानी चाहिए।’
पदाधिकारी ने कहा, ‘एसोसिएशन ने सीएम और राज्य सरकार के अन्य मंत्रियों के समक्ष मांग उठाई है। सीएम ने कहा है कि नीति बनाने के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है और नीति तैयार होते ही विधानसभा चुनाव से पहले इसकी घोषणा कर दी जाएगी और इसे लागू कर दिया जाएगा। संविदा पर चयनित शिक्षकों की नियुक्ति में सभी नियमों का पालन किया गया है। केवल उन्हीं आवेदकों की नियुक्ति की गई है जो यूजीसी के मानदंडों को पूरा करते हैं। हम सरकार से प्रोफेसरों की मांगों पर विचार करने का अनुरोध करते हैं। मलिक ने कहा,
“अगर संविदा शिक्षकों की नौकरी नियमित की जाती है तो हम भी सरकार का समर्थन करेंगे, लेकिन अगर मांग नहीं मानी गई तो एसोसिएशन आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी।”