हिमाचल विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने आज कहा कि सुखू सरकार कानून व्यवस्था को संभालने में विफल रही है और ध्वस्त हो चुकी है। एक समय देश का सबसे शांत राज्य माने जाने वाले राज्य में गोलीबारी, बलात्कार, हत्याएं आम बात हो गई हैं।
सरकार की नाकामी के चलते बिलासपुर में कांग्रेस के पूर्व विधायक पर फायरिंग की घटना सामने आई है। यह पहली बार नहीं है जब बिलासपुर में इस तरह से दिनदहाड़े गोलियां चलाई गई हों। इससे पहले भी ऐसी ही घटना हुई थी, जिसमें पुलिस ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। अगर पुलिस ने समय रहते सख्त कार्रवाई की होती तो दोनों फायरिंग की घटनाएं नहीं होतीं और इस तरह की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लग जाता, ऐसा कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रभारी परमार ने यहां जारी बयान में कहा।
परमार ने कहा कि सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि प्रदेश में आपराधिक तत्वों पर अंकुश लगाया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। इस घटना के पीछे की वजह और साजिश सामने आनी चाहिए। अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कोई दोबारा ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
परमार ने कहा कि राज्य में पुलिस का काम सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना है। सीआईडी का काम खुफिया जानकारी जुटाना है, ताकि किसी भी तरह की आपराधिक साजिश का पता लगाया जा सके और पुलिस समय पर निवारक कार्रवाई कर उस पर काबू पा सके।