पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह एक ऐसे दुर्लभ नेता हैं जिनका सार्वजनिक जीवन में कोई शत्रु या प्रतिद्वंद्वी नहीं है।
दत्तात्रेय की तेलुगु में लिखी आत्मकथा ‘प्रजाल काठे, ना आत्म कथा’ (लोगों की कहानी मेरी जीवन कहानी है) का विमोचन करने के बाद उन्होंने कहा कि दत्तात्रेय एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जो सभी के मित्र हैं।
पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के उनके समकक्ष ए रेवंत रेड्डी, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
कोविंद ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनके (दत्तात्रेय) जीवन के शब्दकोष में शायद शत्रु या प्रतिद्वंद्वी जैसे कोई शब्द नहीं हैं।’’
गरीबों के उत्थान और जरूरतमंदों की सहायता के लिए दत्तात्रेय के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए कोविंद ने आपातकाल के दौरान उनके कारावास को भी याद किया। “कारावास के दौरान, वे अपने साथी जेल कैदियों को यह कहकर प्रोत्साहित करते थे कि वे जल्द ही जेल से रिहा हो जाएंगे।” कोविंद ने आगे कहा कि केंद्रीय श्रम मंत्री के रूप में दत्तात्रेय द्वारा न्यूनतम मजदूरी, न्यूनतम पेंशन और ग्रेच्युटी में वृद्धि जैसी पहलों से आज भी लाखों-करोड़ों कामगार लाभान्वित हो रहे हैं।
वेंकैया नायडू ने कहा कि दत्तात्रेय का कभी कोई निजी जीवन नहीं रहा, क्योंकि उनका जीवन हमेशा लोगों के साथ जुड़ा रहा।
उन्होंने कहा कि कुछ राजनेता पार्टी की निष्ठा उसी तरह बदलते हैं जैसे “बच्चों के डायपर बदले जाते हैं”, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध रहना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना ईमानदारी और सत्यनिष्ठा, जिसका उदाहरण दत्तात्रेय हैं।
दत्तात्रेय को एक “सज्जन राजनेता” बताते हुए, चंद्रबाबू नायडू ने 1977 के विनाशकारी चक्रवात के दौरान आंध्र के कृष्णा जिले में दत्तात्रेय की सेवा (आरएसएस के स्वयंसेवक के रूप में) और आपातकाल के दौरान उनके जेल प्रवास की प्रशंसा की।
दत्तात्रेय के विनम्र स्वभाव और लोकसभा सदस्य, केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल के रूप में उनके योगदान की सराहना करते हुए, आंध्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल का जीवन कई मायनों में एक आदर्श है।
दत्तात्रेय को ‘अजातशत्रु’ (जिसका कोई शत्रु न हो) बताते हुए रेवंत रेड्डी ने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सभी दलों में सम्मान प्राप्त है, ठीक उसी तरह जैसे राष्ट्रीय स्तर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को प्राप्त था।
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