जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) सिरसा के अध्यक्ष पुनीश जिंदिया के मार्गदर्शन में गुरुवार को सिरसा जिला जेल में एक कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत “नशा जागरूकता एवं स्वास्थ्य मार्गदर्शन” कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित किया गया।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और डीएलएसए सचिव प्रवेश सिंगला ने बताया कि लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के कंवरजीत सिंह और देवेंद्र कौर ने कैदियों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि नशा केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं, बल्कि एक बड़ी सामाजिक समस्या है। यह व्यक्तियों को नुकसान पहुँचाती है, परिवारों को बर्बाद करती है और अर्थव्यवस्था को कमज़ोर करती है। अक्सर, नशीली दवाओं की तस्करी से प्राप्त अवैध धन का इस्तेमाल आतंकवाद और अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जाता है।
सिंगला ने ज़ोर देकर कहा कि नशीली दवाओं का उपयोग, खासकर बच्चों और युवाओं में, खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है। इसलिए, नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी को ख़त्म करना सरकार और समाज की प्राथमिकता है। उन्होंने लोगों को सहायता के लिए डीएलएसए हेल्पलाइन 01666-247002 या नालसा हेल्पलाइन 15100 पर संपर्क करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।