नई दिल्ली, 8 अप्रैल । विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि ममता बनर्जी रामनवमी पर दंगे की बात कर हिंदू समाज को धमकाने की कोशिश ना करें।
ममता बनर्जी ने यह आरोप लगाया था कि भाजपा रामनवमी के अवसर पर 17 अप्रैल को सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने की कोशिश करेगी। ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार करते हुए विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि रामनवमी पर दंगे की बात कर ममता बनर्जी हिंदू समाज को धमकाने की कोशिश ना करें और देश को पता है कि पिछली रामनवमी पर किसने हमले किए थे।
विहिप नेता ने पिछले वर्ष उच्च न्यायालय द्वारा किए गए हस्तक्षेप की याद दिलाते हुए कहा कि जब पश्चिम बंगाल में राज्य का तंत्र हमलावारों के साथ गया तो उच्च न्यायालय ने हिंदुओं पर हुए प्राणघातक हमलों की जांच एनआईए को सौंपी थी। उन्होंने उस मामले में फरवरी में एनआईए द्वारा पकड़े गए 16 हमलावरों के नामों का जिक्र करते हुए दावा किया कि इन सबका संबंध तृणमूल कांग्रेस से है और सीसीटीवी फुटेज से इनकी पहचान हुई है।
विहिप नेता ने यह भी याद दिलाया कि उस समय कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कहा था कि ‘आरोप है कि छतों से पत्थर फेंके गए थे। जाहिर है कि पत्थर 10-15 मिनट में छत पर नहीं ले जाया जा सकता। राज्य पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती।’
उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन जाने के बाद इस बार का रामनवमी का महोत्सव और ज्यादा बड़ा और व्यापक रहने वाला है और इसे कोई भी नहीं रोक सकता है। विहिप नेता ने टीएमसी अध्यक्ष को ‘मुस्लिम इलाकों’ का डर दिखाकर या ‘दंगों की धमकी देकर’ हिंदू समाज को घरों में कैद रखने की मानसिकता से बाज आने की भी नसीहत दी।