कोलकाता, 13 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी का श्रेय राज्य पुलिस को दिया है। मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन ताहा को पूर्वी मिदनापुर के कांथी से एनआईए ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया।
मुख्यमंत्री ने कूचबिहार में एक चुनावी रैली में कहा, “जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वो पश्चिम बंगाल के बाशिंदे नहीं हैं। वो सिर्फ यहां छुपे हुए थे। हमने उन्हें महज दो घंटे में धर-दबोचा। हमारे जवानों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।”
एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मंत्री उदयन गुहा से कहा कि वो अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। ममता ने कहा, “निसिथ प्रामाणिक आपको (उदयन गुहा) अनावाश्यक समस्याओं में फंसाने की कोशिश करेंगे। वो इसका फायदा लेकर मतदान को अपने पक्ष में कराने की कोशिश करेंगे, लेकिन आप खुद को चौकस रखें। तैयार रखें। आपके क्षेत्र में शांति बनी रहे।”
निसिथ प्रमाणिक कूच बिहार निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मौजूदा लोकसभा सदस्य हैं, जिन्हें उनकी पार्टी ने इस सीट से फिर से मैदान में उतारा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया ब्लॉक के साथ हमारी सहमति है, लेकिन जब बात पश्चिम बंगाल की आती है, तो बीजेपी, कांग्रेस और सीपीआई(एम) टीएमसी के एक समान विरोधी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “एक बात याद रखिए। अगर आप बीजेपी के खिलाफ वोट करना चाहते हैं, तो टीएमसी को छोड़कर कोई दूसरा विकल्प नहीं है।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से यह साफ जाहिर होता है कि बीजेपी एक आदिवासी विरोधी पार्टी है। मुख्यमंत्री ने कहा, “सोरेन एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो कि आदिवासी समुदाय से आते हैं। अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यहां पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी लगातार हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर रही है।”