कोलकाता, 28 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को राज्य में अपने खिलाफ वोटों के विभाजन से भाजपा को फायदा होने की आशंका जताई।
उन्होंने राज्य के मालदा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “हमेशा याद रखें कि केवल तृणमूल कांग्रेस ही पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ असली लड़ाई लड़ रही है। क्या आप चाहते हैं कि मैं सीपीआई-एम के सामने आत्मसमर्पण कर दूं? पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का किसी अन्य पार्टी के साथ कोई समझौता नहीं है, लेकिन अन्य जगहों पर हम कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। हम इंडिया गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। इसलिए पश्चिम बंगाल में भाजपा विरोधी वोटों में विभाजन अवांछनीय है। अगर भाजपा को यहां विपक्षी वोटों के विभाजन से फायदा होता है, तो यह पश्चिम बंगाल के लिए एक आपदा होगी।”
तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने दावा किया कि उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व को सीपीआई-एम के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करने के लिए मनाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेस के पक्ष में दो सीटें छोड़ने को भी तैयार थी। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने मेरी बात नहीं सुनी। मैंने हमेशा कांग्रेस की मदद करने की कोशिश की है, हालांकि बंगाल विधानसभा में उनका कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। लेकिन यहां कांग्रेस नेतृत्व ने सीपीआई-एम का हाथ पकड़ना पसंद किया।”
उन्होंने कहा कि यह तृणमूल सांसद ही थे जो संसद में भाजपा के खिलाफ सबसे अधिक मुखर थे।
ममता ने यह भी दावा किया कि भाजपा का 400 का आंकड़ा पार करने का अनुमान इस बार कभी हकीकत नहीं होगा। उन्होंने कहा, “पहले उन्हें 200 का आंकड़ा पार करने दीजिए।”