सिरमौर जिले के औद्योगिक शहर पांवटा साहिब में उस समय तनाव व्याप्त हो गया जब अवैध खनन से जुड़े एक लंबे समय से चल रहे विवाद के कारण केदारपुर क्षेत्र में हिंसा की एक चौंकाने वाली घटना घटी। बुधवार दोपहर एक व्यक्ति की एसयूवी के नीचे कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई, जिससे एक बार फिर हिमाचल-हरियाणा सीमा पर सक्रिय खनन माफिया के गहरे प्रभाव का खुलासा हुआ है। मृतक की पहचान यमुनानगर के कलेसर निवासी अशरफ अली (35) के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि अशरफ ने भूपुर में एक मैकेनिक की दुकान पर अपना डंपर ट्रक रोका था, तभी कलेसर निवासी ज़ाहिद के दोनों बेटे आशिक और खुर्शीद, अमन के साथ एक एसयूवी में आए। बिना किसी चेतावनी के, उन्होंने कथित तौर पर अपनी गाड़ी अशरफ को टक्कर मार दी और फिर उसे कुचलने के लिए उसे पीछे की ओर मोड़ दिया, फिर मौके से भाग गए।
अशरफ को गंभीर चोटें आईं और उसे पांवटा साहिब सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अशरफ के साथ मौजूद दो अन्य लोग अमजद (28) और इसरार (21) भी गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा के तहत हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। सिरमौर के पुलिस अधीक्षक निश्चिंत सिंह नेगी ने बताया कि तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। एसपी ने कहा, “शुरुआती जांच में अवैध खनन सामग्री के परिवहन को लेकर पुरानी रंजिश का पता चला है।”

