N1Live Himachal मंडी: ‘खतरे’ में गांव, सोझा के निवासियों को नई सुरंग पर आपत्ति
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मंडी: ‘खतरे’ में गांव, सोझा के निवासियों को नई सुरंग पर आपत्ति

Mandi: Village in 'danger', residents of Sojha object to new tunnel

कुल्लू, 27 फरवरी एनएच 305 पर जलोरी सुरंग के निर्माण के लिए सभी नौ विकल्पों में से चयन सहित दस्तावेजीकरण प्रक्रिया अंतिम चरण में है। कंपनी द्वारा सुझाए गए सुरंग निर्माण का एक सर्वेक्षण सोझा गांव के ठीक नीचे से गुजरने वाला है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है।

ग्रामीणों ने बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी से संपर्क किया और एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कहा गया कि यदि गांव के नीचे सुरंग का निर्माण किया गया, तो गांव का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने मांग की कि विभाग को अंतिम निर्णय लेने के लिए अन्य आठ सर्वेक्षणों पर भी विचार करना चाहिए। विधायक ने ग्रामीणों को इस मांग को विभाग व सरकार के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया है.

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने आनी उपमंडल को औट-लुहरी-सैंज राजमार्ग से जोड़ने वाले औट-लुहरी-सैंज राजमार्ग के मध्य में 10,280 फीट की ऊंचाई पर जलोड़ी दर्रे के नीचे 4.2 किलोमीटर लंबी डबल-लेन सुरंग बनाने की योजना तैयार की है। जिला मुख्यालय कुल्लू में है। सुरंग के निर्माण पर करीब 990 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए मंत्रालय की ओर से अल्टीनोक कंपनी के साथ 17.32 करोड़ रुपये का टेंडर किया गया है.

कंपनी के भूवैज्ञानिकों ने जालोरी टनल को लेकर सर्वे किया था. विशेषज्ञों ने धिआगी से खनाग तक मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने लिए। परीक्षण के नतीजों के बाद ही सुरंग के स्थान को अंतिम रूप देना संभव होगा। कंपनी की ओर से टनल निर्माण के करीब नौ प्रस्ताव विभाग को दिये गये हैं. सुरक्षा, पर्यावरण, भूमि आदि सभी की सुविधा को ध्यान में रखकर निर्णय लिये जायेंगे।

जालोरी दर्रा सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण और मानसून में भूस्खलन के कारण बंद रहता है, जिससे लोगों को असुविधा होती है। बाहरी सराज क्षेत्र का कुल्लू जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क पूरी तरह से कट गया है और लोगों को विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने और अपने काम करवाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इसके बंद होने से लोगों को वैकल्पिक मार्ग करसोग से दोगुनी से अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है। सुरंग के निर्माण से बाहरी सराज क्षेत्र वर्ष भर बिना किसी बाधा के जिला मुख्यालय से जुड़ा रहेगा।

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