May 31, 2025
Punjab

मान और केजरीवाल ने नशे के खिलाफ लड़ाई में लोगों से सहयोग मांगा

जलालपुर (होशियारपुर), 17 मई, 2025: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को लोगों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि राज्य से नशे की बुराई का पूरी तरह से सफाया हो जाए।

आज यहां लोगों को शपथ दिलाने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में व्याप्त नशे की समस्या पिछली सरकारों की देन है, जिन्होंने पंजाब के कल्याण की अनदेखी की, जिसके कारण राज्य की स्थिति दयनीय हो गई।

नशे के खिलाफ लड़ाई में लोगों से पूर्ण समर्थन और सहयोग का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि नशे की समस्या राज्य के माथे पर कलंक है तथा राज्य सरकार को इस अभिशाप को समाप्त करने के लिए रणनीति बनाने में दो वर्ष से अधिक का समय लग गया।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसके बाद नशे की सप्लाई लाइन को तोड़ा गया, इस जघन्य अपराध में शामिल बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे डाला गया, नशा पीड़ितों का पुनर्वास सुनिश्चित किया गया और यहां तक ​​कि नशा तस्करों की संपत्ति जब्त करके नष्ट कर दी गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है जिसका उद्देश्य राज्य को स्वच्छ बनाना है। उन्होंने नशे के खिलाफ इस युद्ध को जन आंदोलन बनाने के लिए लोगों से पूर्ण सहयोग की अपील की।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि जिस प्रकार गांव ने पुलिस को पूर्ण सहयोग देकर स्वयं को नशा मुक्त घोषित किया है, उसी प्रकार राज्य के अन्य भागों में भी ऐसा किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि पंजाबियों ने राज्य को नशा मुक्त बनाने का दृढ़ संकल्प कर लिया है तो हमें इस नेक कार्य से कोई नहीं रोक सकता।

उन्होंने कहा कि इस पवित्र भूमि के हर इंच पर महान गुरुओं, संतों, महात्माओं और शहीदों के पदचिह्न हैं, जिन्होंने हमें अत्याचार, अन्याय और उत्पीड़न का विरोध करने का रास्ता दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्हीं के पदचिह्नों पर चलते हुए राज्य सरकार ने नशे के खिलाफ मुहिम शुरू की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखकर खुशी हो रही है कि इस समारोह में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हो रही हैं, जो एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं किसी भी बुराई को खत्म करने के लिए इतनी बड़ी संख्या में आगे आएंगी तो वह बुराई बहुत जल्द ही खत्म हो जाएगी।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब राज्य की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से राज्य पूरी तरह से नशा मुक्त हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब राज्य के नेता पंजाब के हितों को खतरे में डालते थे, उसके विपरीत आज राज्य सरकार राज्य के समग्र विकास और समृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

उन्होंने कहा कि पहले के नेता लोगों से मिलने से डरते थे, जबकि आज राज्य सरकार लोगों से बातचीत कर रही है और उनकी प्रतिक्रिया ले रही है।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य और इसके लोगों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा तथा उन्हें राज्य के सामाजिक आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनाया जाएगा। 

पारंपरिक पार्टियों के नेताओं पर तीखा प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने अपने बाथरूम में सोने के नल लगाए हैं और निजी खेतों के लिए नहर के पानी पर एकाधिकार कर लिया है, वे आम नागरिकों के संघर्ष को कभी नहीं समझ सकते।

भगवंत सिंह मान ने इनके पतन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन नेताओं को राज्य के लोगों ने पूरी तरह से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि ये नेता अपने पापों की सजा भुगत रहे हैं। इनमें से अधिकतर राजनेता अब या तो सलाखों के पीछे हैं या जमानत के लिए दौड़ रहे हैं। 

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाबियों ने हमेशा दृढ़ संकल्प के साथ अपने लक्ष्य हासिल किए हैं और यही संकल्प इस महत्वपूर्ण लड़ाई में जीत सुनिश्चित करेगा।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशा मुक्त पंजाब बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस नेक काम में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पंजाबियों के सक्रिय समर्थन और सहयोग से राज्य इस नेक काम को पूरा कर लेगा।

होशियारपुर के साथ भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते हुए मुख्यमंत्री ने जिले की उच्च साक्षरता दर और ऐतिहासिक महत्व की प्रशंसा की तथा कहा कि स्वतंत्रता के बाद पहला पंजाब विश्वविद्यालय यहीं स्थापित किया गया था।

उन्होंने स्थानीय गांव की भी सराहना की, जिसने नशा मुक्त क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त किया, तथा यह वहां के निवासियों की सामूहिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन है।

भगवंत सिंह मान ने क्षेत्र में विकास को गति देने के लिए होशियारपुर के आप विधायकों के अथक प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि क्षेत्र में विकास परियोजनाओं में तेजी लाई जाएगी।

लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे यहां बस या रेस्तरां का मालिक बनने या लोगों के उद्यमों में हिस्सा मांगने नहीं आए हैं।

हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आम आदमी के संघर्ष, पीड़ा और दुखों को साझा करने के लिए है, जिसके लिए वे पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य की भलाई और लोगों की समृद्धि सुनिश्चित करने का लक्ष्य और अभियान उनकी अंतिम सांस तक जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केन्द्र, बीबीएमबी और हरियाणा सरकार द्वारा राज्य का पानी चुराने के क्रूर कदम का कड़ा विरोध करती है।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनके पूर्ववर्तियों ने अपने निहित स्वार्थों के लिए इस तरह की उदारता दिखाई है, लेकिन राज्य के पानी के संरक्षक के रूप में वह ऐसा कभी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि पंजाब ने अपनी नहरी पानी प्रणाली को उन्नत किया है, इसलिए अब आगामी धान के सीजन के मद्देनजर राज्य के किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पानी की आवश्यकता है।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पंजाब के पास अन्य राज्यों के साथ बांटने के लिए पानी की एक बूंद भी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के पानी और जवानी को बचाएगी तथा इस नेक कार्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही युवाओं को योग्यता के आधार पर 54000 से अधिक नौकरियां दी हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य युवाओं को राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनाना है

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