जोधपुर, 17 जुलाई। राजस्थान सरकार की ओर से प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा के लगातार दावे किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रदेश में परीक्षा के दौरान नकल की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
ताजा मामला जोधपुर के फलोदी का है। यहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा के दौरान सामूहिक रूप से नकल चल रही थी। हालांकि, टास्क फोर्स ने सूचना मिलने के बाद छापा मारकर कार्रवाई की, लेकिन नकल करा रहे शिक्षक मौके से फरार हो गए।
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की सेक्रेटरी अरुणा ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों से हमें परीक्षा के दौरान नकल से संबंधित जानकारी मिल रही थी। इसी के चलते हमारी एक टीम फलोदी स्थित स्कूल पहुंची, लेकिन वहां ताला पड़ा हुआ था। जिसके बाद हमारी टीम के सदस्यों ने दीवार फांदकर स्कूल में प्रवेश किया। मौके पर पहुंचकर देखा तो पता चला कि स्कूल में नकल चल रही है।
उन्होंने कहा, “35 छात्रों को परीक्षा देनी थी, लेकिन सिर्फ 25 लोग ही क्लास में मौजूद थे, 10 गायब थे और उनकी उत्तर पुस्तिकाएं वहीं रखी हुई थीं। ऐसा ही हाल अन्य कक्षाओं का भी था। हमारी टीम के पहुंचने पर कुछ शिक्षक भाग गए, जो परीक्षा केंद्र पर नकल करवा रहे थे।”
सेक्रेटरी अरुणा ने बताया कि नकल की जानकारी पुलिस प्रशासन और शिक्षा विभाग को दे दी गई है। साथ ही प्रिंसिपल राजेंद्र चौहान, परीक्षा प्रभारी भंवरलाल सुथार, सतर्कता पर्यवेक्षक दिनेश कुमार समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि उनसे पैसे लिए गए हैं। साथ ही सामूहिक नकल करने की शिकायत भी मिली थी। इसी के तहत ये कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन का मकसद है कि परीक्षा के दौरान पारदर्शिता आए और गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके।