पश्चिम बंगाल के आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघन सिन्हा ने वक्फ संशोधन बिल पर राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद कहा कि एक बार यह लोकसभा और राज्यसभा से पारित हो चुका, तो उनके पास कोई और विकल्प नहीं था। उन्हें मंजूर करना ही था। इसके अलावा, उन्होंने रामनवमी के मौके पर हुए विवाद और रामनवमी जुलूस को लेकर कहा कि रामनवमी पर राज्य में गलत काम करने की मंशा रखने वालों को भगवान सद्बुद्धि दे।
वक्फ बिल पर उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ने तो इस बिल पर मोहर लगा दी है। लेकिन, अब इस मामले का फैसला जनता करेगी।”
उन्होंने कहा, “यह मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने वाला है। हम उम्मीद करते हैं कि वहां से हमें न्याय मिलेगा।” सिन्हा का मानना है कि यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है, बल्कि यह अब सुप्रीम कोर्ट में पूरी तरह से गरमागरम तरीके से उठाया जा रहा है, और वहां से किसी सकारात्मक निर्णय की आशा जताई।
रामनवमी पर विपक्ष पर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “रामनवमी सभी के लिए है, और हर कोई इसे खुशी और श्रद्धा के साथ मना सकता है। लेकिन, कुछ लोग अति उत्साह में आकर गलत काम कर रहे हैं या करने की कोशिश कर रहे हैं, यह चिंता का विषय है।”
उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला बन सकता है, और इस पर केवल वही लोग बात करें जो इस घटना के चश्मदीद गवाह हों। उन्होंने भाईचारे के खिलाफ काम करने वालों की आलोचना करते हुए कहा, “हम उनकी सराहना नहीं करते, लेकिन भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें सद्बुद्धि मिले, और रामनवमी का पर्व प्रेम और भाईचारे के साथ मनाया जाए।”
सिन्हा ने यह भी कहा कि रामनवमी को हंसी-खुशी के माहौल में मनाने की जरूरत है, ताकि यह पर्व सभी के लिए खुशी और प्रेम का संदेश दे। राज्य में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की जरूरत नहीं है। सरकार कानून-व्यवस्था बनाने के लिए कमर कसे हुए है।