पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्वक रामनवमी उत्सव मनाए जाने के बीच रविवार देर शाम को कोलकाता में मुस्लिम बहुल पार्क सर्कस इलाके में एक शोभायात्रा से वापस लौटते समय हिंदू श्रद्धालुओं पर कथित हमले का मामला सामने आया है।
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर आरोप लगाया कि पार्क सर्कस में सेवन प्वॉइंट इलाके में शोभायात्रा से लौटते समय भगवा झंडा ले जाने के कारण हिंदू श्रद्धालुओं पर बर्बर हमला किया गया और वाहनों पर पत्थर बरसाए गए। कारों के शीशे तोड़ दिए गए। अराजकता फैलाई गई। यह लक्षित हिंसा थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां मौजूद रहने के बावजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही और तमाशा देखती रही। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त ममता बनर्जी की पुलिस ने निर्दोष हिंदुओं की रक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
उन्होंने कहा, “इस कायरतापूर्ण निष्क्रियता से एक बात सिद्ध होती है; रामनवमी के दौरान एकजुट बंगाली हिंदुओं की गर्जना ने व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है।”
उन्होंने कोलकाता के लोगों से वादा किया कि अगले साल, पार्क सर्कस से और भी बड़ा, जोरदार और शक्तिशाली रामनवमी जुलूस निकलेगा। वही पुलिस वाले जो आज खामोश रहे? वे हम पर फूल बरसाएंगे। इन शब्दों को उन्होंने पुलिस को याद रखने को कहा।
वहीं, दूसरी तरफ इस घटना पर कोलकाता पुलिस ने स्पष्टीकरण दिया है। पुलिस ने एक्स पर पोस्ट किया, “पार्क सर्कस में हुई कथित घटना के संदर्भ में यह स्पष्ट किया जाता है कि किसी भी जुलूस के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी, न ही इलाके में ऐसी कोई गतिविधि हुई है। एक वाहन को नुकसान पहुंचने की सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और व्यवस्था बहाल की। मामले की जांच के लिए केस दर्ज किया जा रहा है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।”