मेयर रेणु बाला गुप्ता ने करनाल नगर निगम (केएमसी) के इंजीनियरिंग विंग के साथ बैठक कर शहर के सभी 20 वार्डों में चल रहे विकास परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कार्य की प्रगति का आकलन करते हुए अधिकारियों को समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए।
बुधवार शाम करीब तीन घंटे चली बैठक के दौरान गुप्ता ने विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा की, जिनमें जलापूर्ति एवं सीवरेज प्रणाली, ट्यूबवेलों की स्थापना, सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत, श्मशान घाटों का जीर्णोद्धार, वर्षा जल निकासी लाइनों की सफाई, सीसी सड़क निर्माण, सार्वजनिक शौचालय की स्थापना, सामुदायिक केंद्रों का विकास, हाई-मास्ट लाइटों की स्थापना, सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य, झूलों, गज़ेबोस, वृक्षारोपण, पार्कों में ओपन-एयर जिम की स्थापना, मैनहोल कवरों के प्रतिस्थापन और स्लिपवे का विकास शामिल हैं।
उन्होंने शहर की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने पर जोर दिया और सीवर ओवरफ्लो, स्ट्रीट लाइट और पार्क के रखरखाव से संबंधित शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि निवासियों को बुनियादी सुविधाओं के संबंध में किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना चाहिए।
मानसून सीजन के तीन महीने बाद आने को देखते हुए उन्होंने अधिकारियों को पहले से ही तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने भारी बारिश के दौरान जलभराव को रोकने के लिए कर्ण नहर और ड्रेन नंबर 1 सहित प्रमुख नालों की समय पर सफाई और गाद निकालने के निर्देश दिए।
विकास कार्यों में गुणवत्ता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए महापौर ने इंजीनियरों को सख्त निगरानी बनाए रखने और निर्माण सामग्री का उचित नमूनाकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में विफल रहने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इंजीनियरों से कहा कि वे खुद को कार्यालय के काम तक सीमित रखने के बजाय नियमित रूप से फील्ड विजिट करें, ताकि परियोजना निष्पादन में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित हो सके।
सार्वजनिक सुविधा बढ़ाने के लिए उन्होंने पार्कों के बाहर ठेकेदारों के नाम और संपर्क विवरण प्रदर्शित करने का सुझाव दिया ताकि निवासी झूलों और जिम उपकरणों की मरम्मत के लिए सीधे उनसे संपर्क कर सकें।
उन्होंने इंजीनियरों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि स्वीकृत कार्य आदेश वाली सभी परियोजनाएं निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरी की जाएं। गुणवत्तापूर्ण कार्य करने में विफल रहने वाले ठेकेदारों को काम से हटा दिया जाएगा, तथा देरी को रोकने के लिए वैकल्पिक एजेंसियों को लगाया जाएगा।
गुप्ता ने आगे निर्देश दिया कि प्रमुख परियोजनाओं और मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धताओं के तहत घोषित परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। गर्मियों के मौसम के शुरू होने के साथ ही उन्होंने शहर के निवासियों के लिए निर्बाध पेयजल आपूर्ति की आवश्यकता पर भी जोर दिया।