नगर निगम, यमुनानगर-जगाधरी (एमसीवाईजे) ने जुड़वां शहरों यमुनानगर और जगाधरी से आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत एमसीवाईजे की टीमों ने पिछले दो दिनों में 34 आवारा पशुओं को पकड़ा है।
आवारा मवेशी दोनों शहरों में दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं और सड़कों पर यातायात को बाधित कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, एमसीवाईजे ने आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए जोन एक के लिए मुख्य सफाई निरीक्षक (सीएसआई) हरजीत सिंह और जोन-2 के लिए सीएसआई सुनील दत्त की अध्यक्षता में अलग-अलग टीमों का गठन किया है।
दत्त ने कहा कि नगर आयुक्त आयुष सिन्हा के निर्देश पर एमसीवाईजे ने दोनों शहरों से आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि एमसीवाईजे की टीम ने मंगलवार को एमसीवाईजे के जोन-2 के औद्योगिक क्षेत्र, शहीद भगत सिंह चौक, महाराणा प्रताप चौक, वर्कशॉप रोड तथा कई अन्य क्षेत्रों से 25 आवारा पशुओं को पकड़ा।
उन्होंने आगे बताया कि पशुओं को पकड़ने के बाद उन्हें जिले की गौशालाओं में ले जाया गया।
दत्त ने कहा, “जब तक शहर आवारा पशुओं से मुक्त नहीं हो जाता, नगर निगम का अभियान जारी रहेगा। शहर में घूमने वाले सभी आवारा पशुओं को पकड़ा जाएगा।”
सीएसआई हरजीत सिंह ने बताया कि एमसीवाईजे की टीम ने सोमवार को जगाधरी के बस स्टैंड के पास, अंबाला रोड, यमुनानगर रोड, पांवटा रोड, रेलवे रोड, छोटी लाइन व एमसीवाईजे के जोन-1 के कई अन्य क्षेत्रों से नौ आवारा पशुओं को पकड़ा।
नगर निगम के उप आयुक्त डॉ. विजय पाल यादव ने कहा कि कोई भी व्यक्ति मवेशियों को खुले में न छोड़े। यादव ने कहा, “अगर कोई अपने मवेशियों को खुले में छोड़ता है तो उस पर 5,100 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।”
उन्होंने आम जनता से अपील की कि यदि उन्हें कहीं भी कोई आवारा पशु दिखाई दे तो वे उसकी फोटो खींचकर पता या स्थान के साथ एमसीवाईजे के व्हाट्सएप नंबर 7082410524 पर भेजें।
उन्होंने कहा कि एमसीवाईजे की टीमों को तुरंत मौके पर भेजा जाएगा और आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला ले जाया जाएगा। यादव ने कहा, “एमसीवाईजे टीमों द्वारा पकड़े गए और गौशालाओं में छोड़े गए मवेशियों के चारे के लिए गौशाला संचालकों को प्रति मवेशी 30 रुपये प्रतिदिन का भुगतान कर रहा है।”