जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरविंदर सिंह वाधवा ने आज यहां बोडिया कमालपुर गांव में एक मेगा कानूनी सेवा शिविर का उद्घाटन किया। शिविर का आयोजन राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए, वाधवा, जो डीएलएसए के अध्यक्ष भी हैं, ने ग्रामीण क्षेत्रों तक न्याय और सार्वजनिक सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में ऐसे शिविरों के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “यह शिविर कानूनी सहायता और सरकारी योजनाओं को उन लोगों तक पहुँचाने में एक प्रभावी कदम है, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।” उन्होंने कानूनी सहायता, जन कल्याणकारी योजनाओं और साइबर धोखाधड़ी जागरूकता से लेकर स्वास्थ्य जांच तक की सेवाएँ प्रदान करने वाले विभिन्न विभागीय स्टॉलों का दौरा किया। उन्होंने जनता को सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली इन निःशुल्क सेवाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
उपस्थित लोगों को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और साइबर धोखाधड़ी से खुद को बचाने के तरीकों के बारे में भी जानकारी दी गई। वाधवा ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की पहल न केवल कानूनी जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि ग्रामीण आबादी को सार्थक और सुलभ तरीके से सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों से जोड़ने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
डीएलएसए सचिव एवं सीजेएम अमित वर्मा ने बताया कि शिविर के दौरान जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा जनता को सेवाएं प्रदान की गईं।