श्रीनगर, 21 दिसंबर। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान इस मौसम में शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो 1974 के बाद से अब तक सबसे ठंडा रहा। उस समय तापमान शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया था।
वैसे, श्रीनगर में अब तक का सबसे कम तापमान शून्य से 12.8 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा है, जो 13 दिसंबर 1934 को दर्ज किया गया था।
इस बार का तापमान 1891 के बाद से श्रीनगर में दिसंबर महीने का तीसरा सबसे कम तापमान है।
कुपवाड़ा में भी माइनस 7.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो 1998 के बाद से दिसंबर में सबसे कम तापमान है।
कुपवाड़ा का अब तक का रिकॉर्ड माइनस 9.4 डिग्री सेल्सियस है, जो 31 दिसंबर 1986 को दर्ज किया गया था।
इस तरह से आज का तापमान कुपवाड़ा जिले में दिसंबर महीने में दर्ज किए गए 9वें सबसे कम तापमान के रूप में रिकॉर्ड किया गया है।
इसके अलावा, इस मौसम में अन्य मैदानी इलाकों में भी सबसे ठंडी रात दर्ज की गई। बर्फ के आवरण के अभाव के कारण कई पहाड़ियां कश्मीर के मैदानों की तुलना में अधिक गर्म रही।
इससे पहले 21 दिसंबर को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया था। आईएमडी ने उत्तर-पश्चिम भारत के प्रमुख स्थानों में अगले 5-7 दिनों तक शीत लहर की स्थिति की आशंका जताई थी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया था, अगले छह दिनों तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी। राजस्थान और पंजाब में भी दो दिनों तक सर्दी का सितम जारी रहने की संभावना जताई गई थी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शीतलहर के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया था, जबकि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में 21 दिसंबर को काफी ठंडा होने की बात कही गई थी।