चंबा जिले की जनजातीय पांगी घाटी के उपमंडल मुख्यालय किलाड़ में शुक्रवार को परियोजना सलाहकार समिति की बैठक हुई, जिसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए घाटी के आवंटित 45 करोड़ रुपये के बजट की समीक्षा और विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति का आकलन किया गया, जिसके लिए 27 जून को हुई पिछली बैठक में निर्देश जारी किए गए थे।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, जिनके पास बागवानी, जनजातीय विकास, लोक शिकायत निवारण विभाग का भी प्रभार है, ने बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में बोलते हुए नेगी ने घाटी के निवासियों को अपने बच्चों को किलार, सच और सेचू में छात्रावास सुविधाओं वाले स्कूलों में भेजने के लिए प्रोत्साहित किया, साथ ही उपलब्ध संसाधनों का पूरा उपयोग करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने निवासियों को शिक्षित करने के लिए पशुपालन, स्वास्थ्य, कृषि, बागवानी और ग्रामीण विकास सहित विभिन्न विभागों में आयोजित आउटरीच शिविरों की भी समीक्षा की।
नेगी ने विभागों से इन जागरूकता पहलों को जारी रखने का आग्रह किया, ताकि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम से प्रचार-प्रसार को अधिकतम पहुंच सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि घाटी में किसानों, बागवानों और पशुपालकों की सहायता के लिए सभी विभागों को लगन से काम करना चाहिए।
मंत्री ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को भी संबोधित किया, स्थानीय सड़कों की स्थिति पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) से अपडेट मांगा। उन्होंने विभाग को जल्द से जल्द चल रही परियोजनाओं को पूरा करने का निर्देश दिया। नेगी ने निवासियों को आश्वासन दिया कि 100 से अधिक आबादी वाले सभी गांवों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के माध्यम से जोड़ा जाएगा। उन्होंने पीडब्ल्यूडी को आवश्यक कार्रवाई में तेजी लाने का निर्देश दिया। इसके अलावा, उन्होंने पीडब्ल्यूडी और वन विभाग को अगले साल तक सौंदर्यीकरण परियोजनाओं को पूरा करने और साच दर्रे पर एक वैकल्पिक सड़क बनाने का काम सौंपा।
उन्होंने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को संसारी-किल्लर-थिरोट-टांडी (एसकेटीटी) सड़क पर निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। घाटी में सर्दियों में आग लगने से होने वाले खतरों को समझते हुए उन्होंने निवासियों को आश्वासन दिया कि आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए जल्द ही अग्निशमन विभाग का कार्यालय खोला जाएगा।
बेहतर संचार के लिए नेगी ने घाटी में 20 बीएसएनएल टावर लगाने की घोषणा की, जिसमें सुराल भटोरी, लूज, सेरी भटवास, टुंडरू और री में पांच टावर इस साल 15 नवंबर तक सैटेलाइट के जरिए चालू हो जाएंगे। पूरे क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए जल्द ही अतिरिक्त टावर लगाए जाएंगे।
जनजातीय विकास मंत्री ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग को क्षेत्र में मनरेगा परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने स्थानीय प्रतिनिधियों को सामुदायिक कल्याण के लिए अपने अधिकार का उपयोग करने में सक्रिय होने के लिए प्रोत्साहित किया। बिजली विभाग को बिजली की कमी को दूर करने के लिए अगले साल अक्टूबर तक टिंडी-किलाड़ 11 केवी बिजली लाइन परियोजना को पूरा करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में स्थानीय क्षेत्र विकास समिति (एलएडीसी) द्वारा एक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें एनएचपीसी द्वारा प्रबंधित दुग्गर जलविद्युत परियोजना के योगदान पर चर्चा की गई। परियोजना ने प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए निर्माण लागत का 1.5 प्रतिशत आवंटित करने की प्रतिबद्धता जताई है।
वन अधिकार अधिनियम पर एक अन्य सत्र में नेगी ने निवासियों की चिंताओं को सुना और उन्हें अधिनियम को समझने और उससे लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों से सामुदायिक चर्चाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए “महल सभा” बैठकें आयोजित करने का आग्रह किया।
इससे पहले दिन में, मंत्री नेगी ने पांगी में किलाड़ बाल बालिका आश्रम और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छात्रावास का दौरा कर सुविधाओं का आकलन किया तथा अधिकारियों को संस्थान में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए।
बैठक में परियोजना सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष एवं भरमौर पांगी के विधायक डॉ. जनक राज, पांगी के तहसीलदार शांता कुमार, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता डीएस पठानिया, विद्युत बोर्ड के अधीक्षण अभियंता राजीव ठाकुर तथा पांगी के डीएफओ डीएस डडवाल सहित अन्य उपस्थित थे।
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