महिला एवं बाल विकास मंत्रालय गुरुवार से बाल विवाह मुक्त भारत के लिए 100 दिन का गहन जागरूकता अभियान शुरू करेगी। यह अभियान बाल विवाह को समाप्त करने के राष्ट्रीय मिशन के एक साल पूरे होने के मौके पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली में औपचारिक रूप से शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर उपस्थित रहेंगी।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बाल विवाह मुक्त भारत कैंपेन की शुरुआत 27 नवंबर 2024 को की थी और इस अभियान ने अब एक साल का सफर पूरा किया है।
गुरुवार के कार्यक्रम में एक विशेष फिल्म भी दिखाई जाएगी, जिसमें देश भर से प्रेरणादायक कहानियां और बदलाव लाने वाले फ्रंटलाइन चैंपियंस के अनुभव साझा किए जाएंगे। इस फिल्म के माध्यम से भारत में बाल विवाह के खिलाफ किए गए प्रयासों और उपलब्धियों को दिखाया जाएगा।
यह 100 दिन का अभियान एक तीन-स्तरीय रणनीति के तहत संचालित होगा, जो नागरिकों और समुदायों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
पहला अभियान 31 दिसंबर 2025 तक आयोजित हो रहा है, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जिनमें डिबेट, निबंध प्रतियोगिता और शपथ ग्रहण समारोह सहित कई कार्यक्रम शामिल होंगे।
दूसरा अभियान 31 जनवरी 2026 तक आयोजित होगा, जिसमें धार्मिक नेताओं, सामुदायिक प्रभावकारों और विवाह सेवा प्रदाताओं के साथ मिलकर बच्चों के अधिकारों, सुरक्षा और सशक्तिकरण का संदेश फैलाया जाएगा।
वहीं, तीसरा और अंतिम अभियान 1 फरवरी से 8 मार्च 2026 तक आयोजित किया जाना है, जिसके अंतर्गत ग्राम पंचायतों और नगर निकायों के सहयोग से स्थानीय स्तर पर बाल विवाह मुक्त क्षेत्र घोषित करने के प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
यह अभियान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, पंचायती राज, ग्रामीण विकास और शिक्षा मंत्रालयों के सहयोग से चलाया जाएगा। मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि नागरिक, संस्थाएं और सामुदायिक नेता इस मुहिम में शामिल होकर बाल विवाह को समाप्त करने के भारत के संकल्प को मजबूती से पूरा करने में सहयोग करें।

