जमशेदपुर, 21 अगस्त । जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से मंगलवार को उड़ान भरने के करीब 20 मिनट बाद लापता हुए अलकेमिस्ट एविएशन के प्रशिक्षण विमान और उसमें सवार दोनों पायलट का 27 घंटे बाद भी पता नहीं चल पाया है। विमान के क्रैश होकर पूर्वी सिंहभूम के चांडिल डैम में गिरने की आशंका जताई जा रही है।
मंगलवार शाम से ही एनडीआरएफ की टीम डैम में सर्च ऑपरेशन में जुटी है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन को बताया है कि उन्होंने डैम में विमान गिरते देखा था। विमान को पटना निवासी कैप्टन जीत शत्रु आनंद उड़ा रहे थे, उनके साथ जमशेदपुर निवासी ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता सवार थे। विमान ने दिन के करीब 11 बजे उड़ान भरी और करीब 20 मिनट बाद एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से उसका संपर्क पूरी तरह भंग हो गया था।
हादसे की आशंका को देखते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई। मंगलवार दोपहर से ही विमान के लास्ट लोकेशन के आधार पर जमशेदपुर की दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी और आसपास के इलाकों में तलाशी शुरू की गई। हेलीकॉप्टर से पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
पुलिस-प्रशासन की अलग-अलग टीमों ने भी झारखंड से लेकर पश्चिम बंगाल की सीमा तक खाक छानी। पश्चिम बंगाल सरकार को भी इसकी सूचना दी गई। इस बीच चांडिल डैम में प्यालीडीह नामक स्थान पर दो ग्रामीणों तपन मांझी और रूसा मांझी ने तलाशी में जुटी पुलिस को बताया कि उन्होंने एक विमान को डैम में गिरते देखा था। इनकी सूचनाओं के आधार पर बुधवार सुबह से एनडीआरएफ की टीम सर्च अभियान में जुटी है।
डैम से एक जोड़ी जूता बरामद किया गया है। यह जूता दोनों पायलटों में से किसी एक का हो सकता है। सरायकेला के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने कहा, “सर्च ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन की टीम अभियान में जुटी हैं। पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला प्रशासन को भी अलर्ट किया गया है।”
विमान के पायलट जीत शत्रु आनंद के पिता एवं भाई और जमशेदपुर निवासी ट्रेनी शुभ्रोजीत दत्ता के पिता प्रदीप दत्ता एवं घर के अन्य लोग डैम के पास मौजूद हैं। लापता टू-सीटर विमान अमेरिका में निर्मित है और इसका नाम ‘सेशना 152’ है। यह सिंगल इंजन का विमान है।
अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड की ओर से जमशेदपुर में पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का संचालन वर्ष 2008 से ही किया जा रहा है। इसके संचालक मृणाल पॉल हैं। मार्च 2022 में भी इस इंस्टीट्यूट का एक प्रशिक्षण विमान सोनारी हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस हादसे में दो पायलट जख्मी हो गए थे।
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