सीएम मान ने आज चंडीगढ़ में शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। आपको बता दें कि आज यहां 700 से अधिक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर पर नवनियुक्त अध्यापकों को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वे समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह नौकरी शिक्षकों की कड़ी मेहनत और समर्पण का फल है क्योंकि उनकी सरकार पारदर्शी तरीके से युवाओं को नौकरियां प्रदान कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में शिक्षा क्रांति का युग शुरू हो गया है क्योंकि स्कूलों के बुनियादी ढांचे का नवीनीकरण किया जा रहा है।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर अत्यधिक जोर दिया जा रहा है, जिसके लिए कई पहल की गई हैं। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार विभाग में सभी रिक्त पदों को भरेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पूरी भर्ती प्रक्रिया के लिए उचित कार्यप्रणाली अपनाई गई है, जिसके कारण अब तक 55,000 से अधिक नौकरियां दी जा चुकी हैं, लेकिन एक भी नौकरी को अदालत में चुनौती नहीं देनी पड़ी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि पंजाब सरकार ने सभी युवाओं को पूरी तरह से योग्यता के आधार पर नौकरियां दी हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पारदर्शी भर्ती से युवाओं की सरकार के प्रति विश्वसनीयता बढ़ी है, जिसके चलते अब वे विदेश जाने का विचार त्याग कर सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बात रिकार्ड में है कि विदेश जाने की पुरानी प्रवृत्ति के विपरीत, राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं के नामांकन में भारी वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि पिछली सरकारों ने अपने लम्बे शासन के दौरान राज्य के युवाओं को नौकरियों से वंचित रखा। हालांकि, उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने युवाओं को रोजगार देने से इनकार किया, उन्हें राज्य की जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। भगवंत सिंह मान ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह बड़े संयोग की बात है कि अब युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं लेकिन जिन्होंने उनका भविष्य बर्बाद कर दिया वे अब बेरोजगार होकर सत्ता से बाहर बैठे हैं।
Leave feedback about this