दादरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुनील सांगवान ने शुक्रवार को दादरी शहर में जाम पड़े सीवरेज व ड्रेनेज की समस्या के स्थाई समाधान के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की।
भाजपा विधायक ने चंडीगढ़ मुख्यालय से पीएचईडी के अधिकारियों को बुलाया है। मुख्य अभियंता प्रदीप पूनिया, अधीक्षक अभियंता दलबीर सिंह और कार्यकारी अभियंता सोहन लाल समेत अधिकारियों ने भाजपा विधायक के साथ मिलकर शहर का संयुक्त रूप से सर्वेक्षण किया।
सांगवान ने कहा कि दादरी शहर में पेयजल और सीवरेज की समस्या को हल करने के लिए कदम उठाना उनके चुनाव पूर्व वादों का हिस्सा था। उन्होंने कहा, “वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थिति का आकलन किया और पानी और सीवरेज की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया।”
निरीक्षण के दौरान सांगवान और अधिकारियों ने समग्र नागरिक बुनियादी ढांचे की समीक्षा की। विधायक ने अधिकारियों को मानसून के मौसम की शुरुआत से पहले सीवरेज समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित करने और अगले छह महीनों के भीतर पेयजल की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया।
यह कार्रवाई चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से हुई मुलाकात के बाद की गई। सांगवान ने मुख्यमंत्री को समस्याओं से अवगत कराया।
टीम ने लोहारू चौक, महेंद्रगढ़ चौक, कल्याणा रोड, कबीर नगर, नई अनाज मंडी, सब्जी मंडी और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट समेत कई स्थानों का दौरा कर मौजूदा सीवरेज और पानी की व्यवस्था का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने विधायक को आश्वासन दिया कि बरसात से पहले सीवरेज व्यवस्था को स्थायी रूप से दुरुस्त कर दिया जाएगा और जिन स्थानों पर सीवर लाइन नहीं है, वहां नई सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा पुरानी पानी की पाइपलाइनों को बदलने और स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करने का काम भी जल्द ही शुरू हो जाएगा।
सांगवान ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान किए गए विकास के वादे अब धरातल पर साकार हो रहे हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर तथा मास्टर प्लान के अनुसार पूरा करें। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले महीनों में दादरी विधानसभा क्षेत्र में विकास की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने दादरी क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रतिबद्धता की सराहना की और कहा कि मुख्यमंत्री की गंभीरता के कारण ही विकास परियोजनाओं को गति मिल रही है।