करनाल, 13 जून मानसून सीजन से पहले घरौंडा विधायक हरविंदर कल्याण ने यमुना किनारे लालूपुरा और ढाकवाला समेत कई जगहों पर चल रहे नए तटबंधों के निर्माण का निरीक्षण किया और अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने विधायक को भरोसा दिलाया कि मानसून सीजन शुरू होने से पहले सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे।
पिछले साल यमुना में आई बाढ़ ने कई गांवों में तबाही मचाई थी। यमुना नदी के किनारे लालूपुरा, कुंडाकला, नबीपुर, मुस्तफाबाद, खिराजपुर और कई अन्य गांवों में तटबंधों के टूटने से स्थानीय लोगों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया था, जिसके बाद अधिकारियों ने तटबंधों की मरम्मत की थी।
कल्याण ने कहा, “इन इलाकों में बाढ़ के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय ने आईआईटी-रुड़की के विशेषज्ञों को बुलाया था। उनकी सिफारिशों के आधार पर राहत और बचाव कार्यों के लिए एक नक्शा तैयार किया गया था। इसके परिणामस्वरूप, भाजपा सरकार ने कई गांवों को बचाने के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है और काम शुरू हो गया है। मैंने साइट का दौरा किया और अधिकारियों को निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के कल्याण के प्रति गंभीर है। सीएम नायब सिंह सैनी ने दो दिन पहले करनाल में अधिकारियों के साथ बैठक कर नदी पर बाढ़ की तैयारियों से संबंधित कार्यों की समीक्षा की। एसई संजय राहड़ ने विधायक को चल रहे कार्यों की प्रगति से अवगत कराया और उन्हें आश्वासन दिया कि वे निर्धारित समय से पहले इसे पूरा कर लेंगे।
कैथल: डीसी प्रशांत पंवार ने गुहला, कैथल, कलायत और पूंडरी के क्षेत्रों में नहरों और ड्रेनों पर बाढ़ प्रबंधन कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को मानसून के मौसम में किसी भी संभावित बाढ़ जैसी स्थिति को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने गुहला में घग्गर और पटियाला साइफन पर डिसिल्टिंग कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को 30 जून तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
घग्गर साइफन की सफाई पर 40 लाख रुपये तथा पटियाला साइफन की सफाई पर 22 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।