नाहन, 27 जून आग और रासायनिक रिसाव जैसी औद्योगिक आपदाओं के लिए तैयार रहने के लिए सिरमौर जिले के काला अंब औद्योगिक क्षेत्र में मैसर्स पिडिलाइट यूनिट-III, रामपुर जटान में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस ड्रिल का उद्देश्य विभिन्न आपातकालीन सेवाओं की प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाना था।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट एलआर वर्मा ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन एजेंसी के नियंत्रण कक्ष में सुबह 11 बजे एक कॉल आई थी, जिसमें आग लगने और रासायनिक रिसाव की सूचना दी गई थी। इस घटना में 23 श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि करीब 40 लोग घायल हो गए या फंस गए।
अलर्ट मिलते ही जिला आपदा प्रबंधन समिति तुरंत सक्रिय हो गई। पुलिस, फायर ब्रिगेड, होमगार्ड, स्वास्थ्य सेवाएं, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को राहत और बचाव कार्य के लिए भेजा गया। घायलों को नाहन के मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। पूरा अभ्यास दोपहर करीब 1 बजे समाप्त हुआ।
एडीएम वर्मा ने बताया कि मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ के 25 सदस्य, एसडीआरएफ के 10 सदस्य, नौ होमगार्ड, चार अग्निशमन कर्मी, पांच स्वास्थ्य अधिकारी, तीन पुलिस अधिकारी, त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) के 13 सदस्य, नेहरू युवा केंद्र (एनवाईके), 28 स्थानीय पंचायत सदस्य, पिडिलाइट के 208 कर्मी तथा जिला आपदा प्रबंधन समिति के 30 सदस्यों ने भाग लिया।
एडीएम ने ऐसी घटनाओं के दौरान जान-माल की हानि को न्यूनतम करने के लिए सभी विभागों के बीच समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
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