चंडीगढ़, 14 फरवरी
जिला बार एसोसिएशन, चंडीगढ़ के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि कौमी इंसाफ मोर्चा के सदस्यों और यूटी पुलिस के बीच झड़प के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में अधिवक्ता अमर सिंह चहल और दिलशेर सिंह जंडियाला को झूठा फंसाया गया है।
डीबीए के अध्यक्ष शंकर गुप्ता की अध्यक्षता में हुई जनरल हाउस की बैठक में आज इस मुद्दे पर चर्चा हुई
एसोसिएशन ने दावा किया कि 8 फरवरी को घटना के समय चहल और जंडियाला मौके पर मौजूद नहीं थे।
गुप्ता ने कहा कि डीबीए पूरी तरह से चहल और जंडियाला के साथ खड़ा है और एसोसिएशन के सदस्य आज से अनिश्चितकाल के लिए तब तक काम नहीं करेंगे जब तक कि दोनों अधिवक्ताओं के नाम प्राथमिकी से नहीं हटाए जाते।
डीबीए सचिव भूपिंदर राणा ने कहा कि एसोसिएशन ने मांग को स्वीकार करने के लिए संबंधित अधिकारियों को प्रभावित करने के लिए कल ‘नो वर्किंग डे’ मनाने का फैसला किया है।