अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली हाईकोर्ट गुरुवार को अपना फैसला सुनाएगी। हाई कोर्ट उस याचिका पर फैसला सुनाने जा रहा है जिसे अभिनेत्री ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग केस को रद्द करवाने के लिए दाखिल किया था। यह मामला ठग सुकेश चंद्रशेखर के 200 करोड़ रुपए के घोटाले से जुड़ा है।
जैकलीन फर्नांडीज ने अपनी याचिका में न केवल ईडी के एफआईआर को खारिज करने की मांग की है, बल्कि निचली अदालत की ओर से चार्जशीट पर संज्ञान लेने के आदेश को भी चुनौती दी है। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया है कि उनके खिलाफ शुरू की गई कानूनी प्रक्रिया को रोका जाए।
जैकलीन ने कोर्ट में दी गई अपनी दलील में साफ कहा है कि उन्हें जानबूझकर इस मामले में फंसाया गया है और उनके खिलाफ लगाए गए सारे आरोप झूठे और निराधार हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सुकेश चंद्रशेखर और अदिति सिंह ने उनके साथ फर्जीवाड़ा किया है। जैकलीन का कहना है कि उन्हें एक साजिश के तहत निशाना बनाया गया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका मनी लॉन्ड्रिंग से कोई लेना-देना नहीं है और सुकेश ने उन्हें जानबूझकर टारगेट किया। जैकलीन ने यह भी कहा कि सुकेश के उस दावे में कोई सच्चाई नहीं है जिसमें उसने कहा था कि वे दोनों एक रिलेशनशिप में थे। अभिनेत्री ने इस दावे को पूरी तरह से झूठा और बेबुनियाद करार दिया।
यह मामला साल 2021 में तब सामने आया जब तिहाड़ जेल से ही एक बड़े घोटाले को अंजाम देने वाले ठग सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ। आरोप है कि 200 करोड़ रुपए की ठगी की गई। बाद में जांच में पता चला कि सुकेश ने इस रकम का इस्तेमाल कई हस्तियों को महंगे तोहफे देने में भी किया था, जिनमें जैकलीन फर्नांडीज का नाम प्रमुखता से सामने आया। जानकारी के मुताबिक, जैकलीन को सुकेश की ओर से कई महंगे गिफ्ट्स मिले थे, जिनकी कीमत करोड़ों में थी।
अब सबकी निगाहें दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं, जो यह तय करेगा कि जैकलीन फर्नांडीज को इस मामले में राहत मिलेगी या नहीं।
Leave feedback about this