हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन सिरसा में अधिकांश सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर रहे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के कारण मरीजों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़ा। सिरसा के सिविल अस्पताल समेत सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में कोई भी नियमित डॉक्टर मौजूद नहीं था। हालाँकि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के डॉक्टरों, सलाहकार टीमों और अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से भेजे गए विशेषज्ञों की मदद से ओपीडी और आपातकालीन सेवाएँ जारी रहीं।
सोमवार को सिविल अस्पताल की ओपीडी में लगभग 970 मरीज़ आए, जिनमें वक्ष रोग, बाल रोग, स्त्री रोग, ईएनटी, हड्डी रोग, शल्य चिकित्सा और मनोरोग के मरीज़ शामिल थे। अस्पताल में एक सामान्य प्रसव और एक सिजेरियन डिलीवरी भी हुई। मोर्चरी में लाए गए एक शव का नेत्र विशेषज्ञ डॉ. संदीप ने पोस्टमार्टम किया। अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की एक टीम आपातकालीन सेवाओं में तैनात थी।
एनएचएम के डॉ. सागर ने बाल चिकित्सा ओपीडी का संचालन किया। अग्रोहा से डॉ. किरण माही जिंदल और पीएचसी शक्तिनगर से डॉ. भावना ने ईएनटी विभाग में मरीजों की जाँच की। अग्रोहा से डॉ. सूर्यांश और डॉ. बलिंदर ने हड्डी रोग संबंधी सेवाएँ प्रदान कीं। कई मरीजों ने बताया कि नियमित डॉक्टरों की अनुपस्थिति के बावजूद उन्हें कोई बड़ी समस्या नहीं हुई।

