राज्य सरकार ने राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते पर राज्य सरकार की ओर से शिक्षा सचिव राकेश कंवर और संगठन की ओर से यूनेस्को के निदेशक टिम कर्टिस और शिक्षा कार्यक्रम विशेषज्ञ प्रमुख जॉयस पोआन ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए।
इस सहयोग के तहत, यूनेस्को शिक्षण विधियों, पाठ्यक्रम, शिक्षक प्रशिक्षण और मूल्यांकन प्रणालियों को मजबूत करके अपनी शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने में राज्य का समर्थन करेगा, जिसका उद्देश्य छात्रों को आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता, सहयोग और संचार सहित 21वीं सदी के कौशल से लैस करना है। शिक्षा को अधिक समावेशी, टिकाऊ और भविष्योन्मुखी बनाने पर मुख्य ध्यान दिया जाएगा।
इस समझौते में स्कूली पाठ्यक्रम में पर्यावरण जागरूकता और सतत विकास को शामिल करने पर भी जोर दिया गया है, जिससे छात्रों को जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल विकसित करने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त, समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए खेलों के माध्यम से मूल्य-आधारित शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा सुधारों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि डिजिटल लर्निंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करके तथा राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करके सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में बदलने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों के दौरान शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस बात पर जोर दिया कि यूनेस्को के साथ साझेदारी वैश्विक स्तर की शिक्षा और भविष्य के लिए तैयार कौशल प्रदान करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस अवसर पर उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली भी मौजूद थे।
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