कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा कि अगर हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलता है तो विधायक मुख्यमंत्री का चयन करेंगे।
खड़गे यहां हरियाणा के मतदाताओं को कांग्रेस द्वारा दिए गए सात वादों का अनावरण करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। इन वादों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाना, जाति जनगणना कराना ताकि संसाधनों का उपयोग योग्य समूहों तक हो सके, क्रीमी लेयर की सीमा 6 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करना, 18 से 60 वर्ष की महिलाओं के लिए 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर और 2,000 रुपये मासिक भत्ता, बुजुर्गों, विकलांगों और विधवाओं के लिए 6,000 रुपये मासिक पेंशन, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, 300 यूनिट मुफ्त बिजली और 25 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज शामिल हैं।
लाल रंग में, राज्य मुफ्त सुविधाओं का समर्थन नहीं कर सकतायदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो उसकी गारंटी हरियाणा की खराब वित्तीय सेहत पर दबाव डालेगी राज्य पहले से ही कर्ज में डूबा हुआ है, जिसके बजट अनुमान के अनुसार 2024-25 में ~3.18 लाख करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है अन्य वादों में दो लाख सरकारी पदों को भरना और आर्थिक रूप से वंचित परिवारों को 100 गज के भूखंड आवंटित करना शामिल है।
पार्टी का घोषणापत्र – 53 पन्नों का दस्तावेज़ – बाद में चंडीगढ़ में जारी किया जाएगा। खड़गे ने खुलासा किया कि घोषणापत्र में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों की याद में राज्य में एक स्मारक बनाने का वादा किया जाएगा। खड़गे ने कहा कि शहीद किसानों के बच्चों को नियुक्तियाँ दी जाएंगी।
सीएम के मुद्दे पर खड़गे ने कहा कि परंपरागत रूप से कांग्रेस किसी को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश नहीं करती थी और नतीजे घोषित होने के बाद विधायकों को अपना नेता चुनने की छूट देती थी। उन्होंने कहा कि जिसने कड़ी मेहनत की और जो योग्य उम्मीदवार था, उसे पुरस्कृत किया गया। मनोहर लाल खट्टर का नाम लिए बिना खड़गे ने कहा कि जो व्यक्ति साढ़े नौ साल तक हरियाणा का मुख्यमंत्री रहा, उसे चुनाव से ठीक पहले बेदर्दी से हटा दिया गया। उन्होंने दावा किया कि इससे पता चलता है कि सीएम अच्छा काम नहीं कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खट्टर के बाद सीएम बनने वाले व्यक्ति से बहुत उम्मीद नहीं की जा सकती थी, क्योंकि उनका कार्यकाल बहुत छोटा था।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल, हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान, घोषणापत्र समिति की अध्यक्ष गीता भुक्कल, स्क्रीनिंग समिति के अध्यक्ष अजय माकन, वरिष्ठ पर्यवेक्षक एवं पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा तथा वरिष्ठ पर्यवेक्षक एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उपस्थित थे।