एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से पुनः चुनाव लड़ रहे निवर्तमान कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा के कथित बयान से विवाद पैदा हो गया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के सत्ता में लौटने की स्थिति में सरकारी नौकरियों की पात्रता के बारे में कहा है।
शर्मा कल रात एक प्रचार अभियान के दौरान उपस्थित लोगों से यह कहते देखे गए कि ‘‘नौकरियां योग्यता के बजाय वोट के आधार पर दी जाएंगी’’ क्योंकि कांग्रेस के समर्थन में 50 वोट मिलने से कोई एक नौकरी के लिए पात्र हो सकता है। यहां एक बैठक के दौरान उन्होंने कथित तौर पर कहा, ‘‘जो जितने वोट लाएगा, उतने ही नौकरियों का हकदार होगा।’’ उन्होंने कथित तौर पर कहा, ‘‘यह फैसला पार्टी का था, उनका नहीं।’’
बाद में शर्मा ने एक वीडियो के माध्यम से स्पष्टीकरण जारी करते हुए दावा किया कि नौकरियों पर उनके बयान को भाजपा के आईटी सेल द्वारा गलत तरीके से पेश किया गया है। इस बीच, बल्लभगढ़ से भाजपा उम्मीदवार मूलचंद शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार के बयान को कांग्रेस पार्टी के असली चेहरे का उदाहरण बताया है। उन्होंने दावा किया कि पिछले 10 वर्षों में भाजपा के शासन ने नौकरियों और रोजगार में भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया है।