मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने आईपीएस अधिकारी रश्मि करंदीकर से उनके पति पुरुषोत्तम चव्हाण के खिलाफ दर्ज दो आपराधिक मामलों के संबंध में पूछताछ की। चव्हाण पर लोगों से कई लोगों से 32 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की ठगी का आरोप है।
मुंबई पुलिस के अनुसार, करंदीकर सोमवार शाम करीब सात बजे ईओडब्ल्यू मुख्यालय पहुंची और करीब 8.15 बजे वहां से चली गईं। ईओडब्ल्यू के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की कि महिला अधिकारियों की मौजूदगी में प्रक्रिया के अनुसार पूछताछ की गई और उनके वकील वैभव बागड़े भी मौजूद थे। जांच दल के अधिकारियों ने उनसे करीब एक घंटे तक पूछताछ की। विशेष रूप से उनके पति के खाते से उनके बैंक खाते में आए तीन करोड़ रुपये के बारे में पूछताछ की गई। करंदीकर ने जांच में पूरा सहयोग किया।
इससे पहले, ईओडब्ल्यू ने समन भेजकर 13 मार्च को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन करंदीकर पेश नहीं हुई थीं। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें समन नहीं मिला, जिसके कारण उन्हें सोमवार को स्वेच्छा से पेश होना पड़ा।
रश्मि के पति पुरुषोत्तम चव्हाण के खिलाफ दो मामले शुरू में कोलाबा पुलिस स्टेशन में दर्ज किए गए थे, जो बाद में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को ट्रांसफर कर दिए गए थे। जांचकर्ताओं के अनुसार, चव्हाण पर नकली सरकारी दस्तावेज बनाने और सरकारी कोटा योजना की आड़ में फ्लैटों को गलत तरीके से आवंटित करने का आरोप है। पिछले महीने, ईओडब्ल्यू ने दंपति के कोलाबा आवास की तलाशी ली और कुछ दस्तावेज जब्त किए थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने ईओडब्ल्यू ने करंदीकर के पति चव्हाण के खिलाफ मार्च 2015 और अप्रैल 2024 के बीच हुए कथित अपराधों के लिए दो मामले दर्ज किए थे।
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