महराजगंज (उत्तर प्रदेश), 25 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को विकास और विरासत से जोड़ने की अपील करते हुए वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर तथा विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने का लक्ष्य रखा है।
महराजगंज के चौक बाजार में 940 करोड़ रुपये की 505 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास तथा नगर पंचायत चौक बाजार के नवनिर्मित कार्यालय भवन का उद्घाटन करने के बाद यहां आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इसके लिए सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है। स्थानीय निकायों, ग्राम पंचायतों तथा आम नागरिकों को विचार करना चाहिए कि विकसित भारत के निर्माण में उनकी क्या भूमिका होनी चाहिए। नगर पंचायत और स्थानीय निकाय विकास के उन आयामों से जुड़ें जो नागरिक सुविधाओं का विस्तार करने के साथ ही रोजगार सृजन भी करें।
मुख्यमंत्री ने ग्राम्य विकास विभाग, एमएसएमई, कृषि विभाग, उद्यान विभाग की लाभार्थीपरक योजनाओं समेत मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना, दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मत्स्य संपदा योजना के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चेक, चाबी, प्रमाण पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया।
साथ ही उन्होंने स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत युवाओं को टैबलेट वितरित किए। उन्होंने राजस्व विभाग, युवा कल्याण विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, होमगार्ड तथा समाज कल्याण विभाग में नियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने इन सभी लोगों को दीपावली का उपहार भी प्रदान किया। लोकार्पण और शिलान्यास की परियोजनाओं में सड़क, शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा स्वास्थ्य, निराश्रित गोवंश, स्ट्रीट वेंडर के लिए वेंडिंग जोन, पेयजल, पर्यटन विकास, पुलिस, अग्निशमन आदि से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कर रही है। कहीं पर बड़े-बड़े हाईवे बन रहे हैं, एयरपोर्ट बन रहे हैं, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, स्कूल कॉलेज बन रहे हैं। तो इसके साथ ही उद्योग और रोजगार को लेकर भी अनेक कार्य आगे बढ़ाए जा रहे हैं। सरकार के इस काम में साथ देने के लिए स्थानीय निकायों, ग्राम पंचायत और नागरिकों को भी अपनी भूमिका पर विचार करना होगा।
मुख्यमंत्री योगी ने ग्राम सचिवालय की तर्ज पर नगर पंचायत के सचिवालय का स्वरूप तय करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ग्राम सचिवालय नागरिकों की सुविधा के साथ रोजगार सृजन के केंद्र बने हैं, वैसे ही नगर पंचायत के सचिवालय को भी विकसित किया जा सकता है।
सीएम योगी ने कहा कि आज ग्राम पंचायतें पांच प्रकार से रोजगार देने के केंद्र भी बन रही हैं। पहला ग्राम सचिवालय से आय, जन्म, मृत्यु, निवास जैसे अनेक प्रमाणपत्र बनाए जाने से वहां सहायक के रूप में कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की गई है। इससे लोगों को प्रमाणपत्रों के लिए तहसील या मुख्यालयों पर नहीं जाना पड़ रहा है और साथ ही एक युवा को नौकरी भी मिल गई है। ग्राम पंचायत में दूसरी जॉब सार्वजनिक शौचालय के निर्माण से मिल रही है। इसके संचालन के लिए ग्राम पंचायत द्वारा एक महिला को नौकरी दी जाती है जिसका वेतन यूजर चार्ज से दिया जाता है। गांव में तीसरी नौकरी बीसी सखी के रूप में मिल रही है। बीसी सखी ग्रामीणों को बैंकिंग लेनदेन की सुविधा उपलब्ध कराती है और इसके लिए उसे मानदेय तथा इंसेंटिव मिलता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 42 हजार बीसी सखी कार्यरत हैं। ग्राम पंचायत में चौथा जॉब कन्वेंशन सेंटर से मिलेगा। गांव में कन्वेंशन सेंटर होने से लोगों को शादी विवाह आदि के आयोजनों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसके रखरखाव के लिए जॉब मिलेगा। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में पांचवां जॉब कोटे की दुकान पर मिलेगा। कोटे की दुकान पर अब राशन के साथ ही सामान्य उपभोक्ता के लिए उपयोगी सामानों की भी बिक्री की जा सकेगी। इसके लिए सरकार गोदाम बनवाएगी, जहां गांव के ही एक व्यक्ति को जॉब मिल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रयासों से सरकार की योजनाओं को धरातल पर पहुंचाने का काम तो होगा ही, आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना में पंचायतों की आत्मनिर्भरता का विजन भी साकार हो पाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में बहुत कम पैसा आता है वह यदि आय के अतिरिक्त स्रोत सृजित करेंगी तो सरकार भी उनकी भरपूर मदद करेगी। ऐसी पंचायतों में पैसे की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। यही व्यवस्था नगर पंचायतों पर भी लागू होगी। उन्होंने कहा कि सरकार हाथ बढ़ा रही है, ऐसे में कोई कारण नहीं कि ग्राम पंचायतें और नगर पंचायतें आत्मनिर्भर न हो सकें। इसके लिए मेहनत और प्रयास करना होगा। ग्राम पंचायत और नगर पंचायत जन सुविधाओं का विकास करके आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ सकती हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर पंचायत की आत्मनिर्भरता के लिए भी कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत शॉपिंग कंपलेक्स बनवाकर तथा अपने स्वामित्व वाले तालाबों में मत्स्य पालन करके अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इसी तरह नगर पंचायत पटरी कारोबारियों को एक स्थान पर व्यवस्थित कर सकते हैं। इससे उन्हें कुछ आय भी होगी और जाम की समस्या का भी समाधान हो जाएगा। उन्होंने अपील की कि नगर पंचायत का सचिवालय ऐसा बनवाएं कि लोगों को मुख्यालय न भटकना पड़े।
सीएम योगी ने नगर पंचायत बनने के बाद चौक बाजार में आए बदलाव और विकास कार्यों का तुलनात्मक उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि पहले महाराजगंज से चौक बाजार तक की सड़क काफी खराब थी। यहां आने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। आज इतनी बेहतरीन सड़क बन गई है कि महाराजगंज का चौक बाजार लखनऊ का हजरतगंज बन गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वर्ष 2020 में चौक बाजार नगर पंचायत बना था। चार वर्ष में ही इसकी उपलब्धियां ऐसी हैं कि कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। चौक बाजार में 3,704 लोगों को आवास योजना का लाभ प्राप्त हुआ है। यहां चार आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण हो रहा है। रेहड़ी-पटरी व्यापारियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चौक बाजार नगर पंचायत में 556 पटरी व्यापारियों को पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन दिलाकर उनके काम को आगे बढ़ाया गया है। अब नगर पंचायत का खुद का भव्य भवन भी बनकर तैयार हो गया है। उन्होंने लोकार्पण और शिलान्यास की परियोजनाओं चौक बाजार की अधिक हिस्सेदारी के लिए कहा कि यह चौक बाजार के लोगों के लिए सोने पे सुहागा जैसा है।
पूरे जनपद वासियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली से पहले विकास कार्यों का यह उपहार त्योहार की खुशी को कई गुना बढ़ागा। बेसिक शिक्षा विभाग के दो विद्यालयों के कायाकल्प के लिए एयर इंडिया द्वारा सीएसआर फंड से सहयोग दिए जाने पर सीएम योगी ने एयर इंडिया परिवार के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में बेहतरीन कनेक्टिविटी और शानदार कानून-व्यवस्था से बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है। कभी महाराजगंज के लोगों को लखनऊ तक जाने में 10 घंटे से अधिक का समय लगता था। आज शानदार सड़क कनेक्टिविटी के चलते यह दूरी पांच घंटे में पूरी हो जाती है।
लोकार्पण और शिलान्यास समारोह में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में देश में आए बदलाव तथा 2017 के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में आए बदलाव को सभी लोग जानते हैं। आज उत्तर प्रदेश और महराजगंज जिले की स्थिति सुदृढ़ करने का सारा श्रेय सीएम योगी को ही है। उन्होंने कहा कि योगी जी ने पूरे देश में उत्तर प्रदेश की सशक्त पहचान कायम की है। उन्होंने गुंडों-माफिया पर सख्ती करके, मजबूत सुरक्षा व्यवस्था देकर राज्य को देश और दुनिया के निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना दिया है। उन्होंने खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए मोदी-योगी सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश का खेल बजट दोगुना कर दिया है।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रविकांत पटेल, विधायक जयमंगल कन्नौजिया, प्रेम सागर पटेल, ज्ञानेंद्र सिंह, ऋषि त्रिपाठी, नगर पंचायत चौक बाजार की चेयरमैन संगीता देवी, भाजपा के जिलाध्यक्ष संजय पांडेय आदि भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए लगातार दर्शाई जा रही प्रतिबद्धता को साकार करते हुए शुक्रवार को चौक बाजार में महंत दिग्विजयनाथ बहुउद्देशीय इंडोर स्टेडियम का लोकार्पण किया। यह स्टेडियम श्री दिग्विजयनाथ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में बना है। स्टेडियम के लोकार्पण अवसर मुख्यमंत्री ने वहां उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि खिलाड़ियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। स्टेडियम का लोकार्पण करने के बाद सीएम योगी ने कहा कि खेल की बुनियादी ढांचा सुविधाओं के बढ़ने से यहां के खिलाड़ी भी ओलंपिक, एशियाड और कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने का अपना सामर्थ्य दिखा सकेंगे।
प्रदेश सरकार के खेल विकास मिशन के अंतर्गत इस स्टेडियम का निर्माण खेल विभाग की तरफ से कराया गया है। इस स्टेडियम के निर्माण पर नौ करोड़ 55 लाख रुपये की लागत आई है। यह जिले में ग्रामीण अंचल के लिए पहला अत्याधुनिक स्टेडियम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दादागुरु और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर रहे ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज के नाम पर बने इस बहुउद्देशीय इनडोर स्टेडियम में बुनियादी सुविधाओं के साथ बैडमिंटन, कबड्डी, क्रिकेट, बास्केटबॉल, फुटबॉल के प्रशिक्षण की सुविधा, रनिंग ट्रैक, जिम और मल्टीपरपस फिटनेस केयर हॉल भी है। अत्याधुनिक इनडोर स्टेडियम की सुविधा मिल जाने से अब यहां की खेल प्रतिभाओं को और आगे बढ़ने का शानदार प्लेटफॉर्म मिल जाएगा। इसके अलावा यहां आने वाले समय में प्रदेश और देश स्तर की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन संभव हो सकेगा।
महाराजगंज दौरे पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाथपंथ के अग्रणी और सिद्ध संत योगीराज बाबा गंभीरनाथ की दिव्य और भव्य प्रतिमा का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर नाथपंथ के इस महान संत के श्रीचरणों में अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। योगीराज बाबा गंभीरनाथ गोरक्षपीठ की संत परंपरा के प्रमुख संतों में एक रहे हैं। वह गोरक्षपीठ के वर्तमान पीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ के गुरु थे।
योगीराज बाबा गंभीरनाथ की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्मरण करते हुए कहा कि बाबा गंभीरनाथ जी सिद्ध योगी थे। आज से 107 वर्ष पूर्व उन्होंने अपना भौतिक देह त्याग दिया था। जब वह भौतिक देह से इस धराधाम पर थे तो गोरखनाथ मंदिर से चौक बाजार उनका आना-जाना लगा रहता था। वह कई दिन चौक बाजार में रहते थे और यहां के लोगों को आशीर्वाद देते थे। आज उनकी प्रतिमा के अनावरण के माध्यम से चौक बाजार के लोग उनका स्मरण कर उनके प्रति कृतज्ञता तथा श्रद्धा ज्ञापित कर रहे हैं।
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