नगर निगम, यमुनानगर-जगाधरी (एमसीवाईजे), जगाधरी शहर में आने वाले सात वार्डों में 51 विकास कार्य कराएगा। सड़कों और नालियों के निर्माण सहित ये कार्य वार्ड 1 से 7 तक 12.92 करोड़ रुपये की लागत से किए जाएंगे।
बुधवार को यहां एमसीवाईजे के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन कार्यों के लिए जल्द से जल्द टेंडर आवंटित किए जाएं ताकि जुड़वा शहरों यमुनानगर व जगाधरी के निवासियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
उन्होंने सभी सात वार्डों में बने सामुदायिक केंद्रों का रखरखाव करने तथा इन सामुदायिक केंद्रों की चारदीवारी बनाने को कहा। सिन्हा ने कहा, “मैंने उनसे कहा कि सामुदायिक केंद्रों की यथाशीघ्र मरम्मत कराई जाए।”
उन्होंने अधिकारियों को उन सात वार्डों में बने पार्कों के रखरखाव और उनके सौंदर्यीकरण के भी निर्देश दिए। सिन्हा ने कहा, “मैंने संबंधित इंजीनियरों से हर पार्क का निरीक्षण करने को कहा है, ताकि कमियों को दूर किया जा सके और मालियों की उपलब्धता की जांच की जा सके। एजेंसियों और पार्क एसोसिएशनों को भी पार्कों को सुंदर बनाए रखने के लिए कहा गया है।”
उन्होंने वार्ड 1 से 7 में किए जाने वाले कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे कार्य शुरू करें जिनके टेंडर आवंटित हो चुके हैं। उन्होंने प्रत्येक कनिष्ठ अभियंता को अपने-अपने वार्डों का दौरा कर जनहित में किए जाने वाले कार्यों का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए।
आयुष सिन्हा ने कहा, “मैंने अधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने, आवश्यक क्षेत्रों में नालियां और भूमिगत पाइप बिछाने और आवश्यक कार्यों का अनुमान तैयार करने के लिए कहा।”
आयुष सिन्हा ने कहा, “यदि एजेंसी वर्क ऑर्डर मिलने के बाद भी काम शुरू करने में देरी करती है या समय पर काम पूरा नहीं करती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि इन वार्डों में 9.37 करोड़ रुपये की लागत से 42 विकास कार्य पहले ही चल रहे हैं।