नई दिल्ली, 23 मई । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच भी दिल्ली के चुनाव प्रचार अभियान में उतर गया है। दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर 25 मई को मतदान होना है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक, मुख्य संरक्षक एवं संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार के नेतृत्व में मंच के नेता और कार्यकर्ता मुस्लिम समाज में मतदान को लेकर बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत इंद्रेश कुमार बुधवार को निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पहुंचे।
उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के प्रधानमंत्री मोदी के नारे को दोहराते हुए कहा कि इस बात को मुल्क का हर तरक्की पसंद मुसलमान भी मानता है।
उन्होंने भाजपा और संघ को लेकर मुसलमानों में शंका को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का लाभ मुसलमानों को भी मिला है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेताओं ने यह भी दावा किया कि दरगाह के लोगों ने यह भी माना कि मुस्लिम को आरक्षण देने की बात का कोई मतलब नहीं है और यह देश तोड़ने वाली बात है।
दरगाहों और खानकाहों की हिफाजत के लिए कानून बनाने और राष्ट्रीय दरगाह बोर्ड बनाने की मांग पर आश्वासन देते हुए इंद्रेश कुमार ने वादा किया कि वह लोकसभा चुनाव के बाद बनने वाली सरकार से इसे लागू करवाने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने ये भी सवाल किया कि हिंदुस्तान में हजारों छोटी-बड़ी दरगाहें हैं तो क्या वो सभी एक बोर्ड के तहत आने को तैयार होंगे ?
उन्होंने कहा कि इसके लिए दरगाहों को ही आपस में सहमति बनानी होगी क्योंकि सरकार सिर्फ बोर्ड बनाने में ही मदद कर सकती है। उन्होंने आगे कहा कि सूफीवाद के जरिए ही कट्टरवाद को खत्म किया जा सकता है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की कई टीम दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जागरूकता अभियान भी चला रही है और भाजपा उम्मीदवारों के साथ जोर-शोर से चुनाव प्रचार अभियान में भी जुटी हुई है।
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