रोहतक, 29 जुलाई केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि राजनीति में सिद्धांतों को जिंदा रखने के लिए युवाओं को आगे आना होगा। राजनीति की मशाल युवा नेताओं के हाथों में सौंपनी होगी।
राव ने रविवार को रेवाड़ी जिले के कोसली और जटूसाना कस्बों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि उनका परिवार करीब एक सदी से राजनीति में है और लोगों का उनके परिवार के प्रति प्यार आज भी बरकरार है। मंत्री ने मंच पर बैठे नेताओं से आपसी मतभेद खत्म कर क्षेत्र की बेहतरी के लिए एकजुट होने की अपील भी की।
मंत्री ने दावा किया, “जब मेरे पिता सत्ता में थे, तब उन्होंने अहीर रेजिमेंट के लिए संसद में यह मुद्दा उठाया था। मैंने भी सरकार का हिस्सा होने के बावजूद दिल्ली में धरने पर जाकर समुदाय की मांग का समर्थन किया था। समुदाय के कई अन्य लोग रक्षा मंत्री रहे हैं, लेकिन उन्होंने अहीर रेजिमेंट के लिए आवाज नहीं उठाई।”
राव ने कहा कि जब वे रक्षा राज्य मंत्री थे, तो नेता सैनिक स्कूल को रेवाड़ी से कहीं और शिफ्ट करने की बात करते थे, लेकिन उन्होंने सैनिक स्कूल को रेवाड़ी में ही बनवाया। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल के निर्माण में कोसली की अहम भूमिका रही, क्योंकि इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा सैनिक यहीं से थे।
कोसली और भाकली गांवों के बीच चल रहे विवाद पर बोलते हुए राव ने कहा कि दोनों गांवों को भाईचारा बनाए रखना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया, “मैं दोनों गांवों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता करने को तैयार हूं। गांव और आस-पास के गांवों की एक समिति बनाकर इस मुद्दे को सुलझाया जाना चाहिए।”
राव ने कहा कि उनके परिवार को हमेशा जनता की आवाज उठाने के कारण राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने बताया, “उनके पिता राव बीरेंद्र सिंह को तत्कालीन कैरो सिंह सरकार के खिलाफ इस क्षेत्र और हिंदी भाषी लोगों की आवाज उठाने पर मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था।”
राव ने कहा कि पूर्व विधायक विक्रम सिंह को राज्य सरकार में मंत्री बनाया गया और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, लेकिन आज तक इस मामले में कोई जांच नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इंद्रजीत के साथ जो भी रहता है, वह भ्रष्ट घोषित हो जाता है। उन्होंने कहा कि वे इस क्षेत्र के वकील बनकर राज्य सरकार के सामने इस क्षेत्र की मांगों को उठाएंगे।
राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव ने कहा कि उन्हें बचपन से ही कोसली के लोगों का प्यार मिलता रहा है। उन्होंने कहा, “जब उनके पिता ने राजनीति शुरू की थी, तो सबसे पहले इस क्षेत्र के लोगों ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया था। यहां के लोगों ने पार्टियों को अपनी राजनीतिक ताकत दिखाई है। आने वाले दिनों में भी हमें एकजुटता के साथ राजनीतिक फैसले लेने हैं।”