हैदराबाद, 4 अक्टूबर । दक्षिण भारतीय अभिनेता नागार्जुन ने तेलंगाना सरकार में मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ गुरुवार को मानहानि का मामला दर्ज कराया। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि मंत्री कोंडा सुरेखा का आम लोगों के बीच बड़ा प्रभाव है। राजनीति में अच्छा खासा दबदबा है। ऐसे में उनके द्वारा दिए गए किसी भी बयान का दूरगामी प्रभाव होता है। लेकिन बीते दिनों जिस तरह से उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में अभिनेत्री समांथा रुथ प्रभु के निजी जीवन के संबंध में बयान दिया, उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
अभिनेता ने अपने शिकायत पत्र में कहा कि मंत्री ने गांधी जयंती के दिन पत्रकारों से बातचीत के दौरान नागा चैतन्य और समांथा के निजी जिंदगी को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने अपने पब्लिक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किसी की निजी जिंदगी के संदर्भ में बेबुनियाद बयान देने के लिए किया है, जो उचित नहीं है।
नागार्जुन ने अपनी शिकायत में कहा, “मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि नागा चैतन्य का तलाक केटीआर की वजह से हुआ। बीआरएस अध्यक्ष केटी रमा राव ने नागार्जुन अक्किनोनी के एन कन्वेंशन सेंटर गिराने से बचाने के लिए समांथा की मांग की। मंत्री ने दावा किया कि केटीआर ने एन कन्वेंशन सेंटर को ना गिराने के बदले में समांथा को भेजने के लिए कहा। नागार्जुन ने समांथा को केटीआर के पास जाने के लिए मजबूर किया। लेकिन, उन्होंने मना कर दिया। इसी वजह से दोनों के बीच तलाक हो गया।”
कोंडा सुरेखा के बयान की चौतरफा आलोचना हुई। इसके बाद सुरेखा ने कहा कि मैं अपने कहे हुए शब्दों को वापस लेती हूं। मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं तो व्यक्तिगत तौर पर अभिनेत्री समांथा की तारीफ करती हूं। जिस तरह से उन्होंने अपने पति से अलग होने के बाद अपनी जिंदगी की नई शुरुआत की, उससे कई लोग प्रभावित होते हैं।
वहीं, केटीआर के संदर्भ में मंत्री का सख्त रुख दिखा। उन्होंने कहा कि केटीआर ने महिलाओं का अपमान किया है। मैं उन्हें कानूनी रूप से ही जवाब दूंगी।