‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दुनिया के देशों में भेजे गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अलग-अलग ग्रुप में कई देशों का दौरा किया था। ग्रुप में रिटायर हो चुके कई राजनयिकों को भी जगह दी गई थी। इसमें हर्षवर्धन श्रृंगला भी शामिल थे। बैजयंत पांडा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे हर्षवर्धन श्रृंगला सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया के दौरे से वापस लौटे हैं। श्रृंगला ने भारत सरकार के इस अभियान को सफल बताया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए हर्षवर्धन श्रृंगला ने कई अहम सवालों के जवाब दिए। मुस्लिम देशों में ‘आपरेशन सिंदूर’ पर वह क्या सोचते हैं, इस पर श्रृंगला ने कहा, “हम सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत गए थे। इन देशों में उच्च स्तर की मीटिंग हुई। मिडिल ईस्ट के देशों में उप प्रधानमंत्री स्तर पर चर्चा हुई। इसके अलावा वहां के राजीतिक, व्यापार क्षेत्र के लोगों के साथ भी हमारी सार्थक बातचीत हुई। यह हमारे लिए बहुत अच्छा प्लेटफार्म था। हमें अच्छा रेस्पांस मिला। नरेंद्र मोदी एक वैश्विक नेता साबित हुए हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मिडिल ईस्ट के देशों के साथ पाकिस्तान का ऐतिहासिक संबंध रहा है। लेकिन, पिछले 10 साल में भारत के साथ रणनीतिक रुप से इन देशों की करीबी बढ़ी है।”
पूर्व राजनयिक ने कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 साल में इन देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए जो प्रयास किए हैं, उसका असर देखने को मिल रहा है। हमें गंभीरता से लिया जा रहा है।”
हर्षवर्धन श्रृंगला ने आगे कहा, “भारत एक इकोनॉमिक पावर हाउस है। दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था है, हमारी अधिकांश जनसंख्या जवान है। तकनीक के क्षेत्र में हम आगे बढ़े हैं। यह सब देखते हुए इन देशों में भारत को देखने का नजरिया बदला है।”
राहुल गांधी के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत के सरेंडर करने के बयान पर श्रृंगला ने कहा, राहुल गांधी की बात का कोई आधार नहीं है। न्यूयॉर्क टाइम्स जो हमारे खिलाफ लिखता है, उसने भी तस्वीरों के माध्यम से छापा था कि भारतीय सेना के हमले में पाकिस्तान को बड़ी क्षति हुई है। हमने पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार जवाबी कार्रवाई की थी।
श्रृंगला ने आगे कहा कि, “हमारे प्रतिनिधिमंडल ने आते ही विदेश मंत्री से मुलाकात की थी और अपनी यात्रा और अलग-अलग देशों से मिली प्रतिक्रिया से उन्हें अवगत कराया था।”
पूर्व राजनयिक हर्षवर्धन श्रृंगला भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में गठित प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। इस प्रतिनिधिमंडल ने सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा किया।