जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने मंगलवार को दिहाड़ी मजदूरों के मुद्दे पर नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिहाड़ी मजदूरों ने एक दिन पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया और उसे पार्टी के चुनावी वादों की याद दिलाई।
सुनील शर्मा ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मजदूरों के साथ हमेशा मजाक किया। यही नहीं, सत्ताधारी पार्टी ने मजदूरों को हमेशा 600 रुपये की ही सैलरी दी। उपराज्यपाल ने एक अहम कदम उठाया और दिहाड़ी मजदूरों का नियमितीकरण किया। इन मजदूरों को प्रति माह नौ हजार रुपये दिए गए, ताकि उन्हें आर्थिक तौर पर राहत पहुंचाई जा सके।
उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने मेनिफेस्टो में वादा किया था कि हम पहले ही साल में मजदूरों को रेगुलराइज करेंगे। दो दिन पहले मुख्यमंत्री ने बजट पेश किया, लेकिन एक बार फिर से मजदूरों के साथ मजाक किया गया। दिहाड़ी मजदूरों के लिए किसी भी प्रकार का प्रावधान नहीं किया गया। सोमवार को इसी के विरोध में जम्मू से लेकर श्रीनगर तक में विरोध-प्रदर्शन हुआ।
उन्होंने कहा कि मजदूरों के साथ बदसलूकी हुई। उनकी आवाज दबाने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया गया। इसी को देखते हुए हमारे सभी विधायक खड़े हुए और इस बात पर जोर दिया कि इस पर बहस होनी चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने लगातार दिहाड़ी मजदूरों के साथ मजाक किया है, जिसे हम लोग किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते। विधानसभा में यह कहा गया कि प्रश्नकाल के बाद इस पर चर्चा करेंगे। लेकिन, बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्पष्ट कह दिया कि इस पर अब किसी भी प्रकार की चर्चा नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सभी विधायक दिहाड़ी मजदूरों को लेकर बात करना चाहते थे। उनके बारे में कहना चाहते थे, सरकार को उनके वादों के बारे में याद दिलाना चाहते थे। आज इसी मुद्दे पर पार्टी ने सदन से वॉकआउट किया।