पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. नवजोत कौर सिद्धू एक बार फिर स्थानीय राजनीति में सक्रिय हो गई हैं और उन्होंने अमृतसर नगर निगम चुनाव में कथित “फर्जी” मतदान का मुद्दा उठाया है। उन्होंने आज पूर्व कांग्रेस पार्षद शैलिंदर सिंह शैली से उनके आवास पर मुलाकात की और इस मामले पर चर्चा की। उन्होंने क्षेत्र में “वोट चोरी” का पर्दाफाश करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की घोषणा की।
डॉ. सिद्धू ने कहा कि उनकी टीम ने 15 अक्टूबर तक 15,000 फॉर्म भरने का लक्ष्य रखा है, जिन्हें अनियमितताओं के सबूत के तौर पर भारत निर्वाचन आयोग को सौंपा जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अकेले एक मतदान केंद्र पर 300 से ज़्यादा फ़र्ज़ी वोट डाले गए, जिससे शैली के वार्ड का नतीजा बदल गया और उनकी हार मामूली अंतर से हुई।
सिद्धू ने अपने आरोपों के समर्थन में प्रवासी भारतीयों के मृत्यु प्रमाण पत्र और हलफनामे दिखाते हुए दावा किया, “हमने 80 मृत व्यक्तियों की पहचान की है, जिनके नाम अभी भी मतदाता सूची में हैं और उन्हें मतदान करते हुए दिखाया गया है। इसके अलावा, 130 वोट ऐसे लोगों के नाम पर डाले गए जो वर्तमान में विदेश में रह रहे हैं।”
उन्होंने अधिकारियों पर फर्जी मतदाता सूची तैयार करने का आरोप लगाया और कहा कि सुधार के लिए अनुरोध प्रस्तुत करने के बावजूद, मृत मतदाताओं और अयोग्य व्यक्तियों के नाम सूचियों में दिखाई देते रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी वोट चोरी और लोकतांत्रिक अधिकारों के दुरुपयोग के खिलाफ राहुल गांधी की लड़ाई के साथ खड़ी है।’’
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