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एनसीआरटीसी की सुरक्षा मॉक ड्रिल, आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारियों का परीक्षण

NCRTC's security mock drill, testing preparedness to deal with emergency situations

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने हाल ही में नमो भारत ट्रेन और स्टेशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए न्यू अशोक नगर और आनंद विहार भूमिगत स्टेशन के बीच एक विशेष सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया।

इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारियों का परीक्षण करना और विभिन्न आपदा प्रबंधन एजेंसियों के बीच समन्वय को सुदृढ़ करना था।

मॉक ड्रिल के दौरान वास्तविक जीवन की आपात स्थितियों को सिम्युलेट किया गया, जिनमें ट्रेन में आग लगने और अन्य आपात स्थितियों का सामना करने के परिदृश्य शामिल थे।

इस अभ्यास में नमो भारत ट्रेन की ऑपरेशन टीम, क्विक रिस्पॉन्स टीम और दमकल विभाग की टीमों ने भाग लिया।

मॉक ड्रिल के तहत यह परीक्षण किया गया कि अगर ट्रेन टनल में आग की चपेट में आ जाए तो यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने की प्रक्रिया कितनी प्रभावी है। इस दौरान टनल में बनी मिड-वेंटिलेशन शाफ्ट और क्रॉस-पैसेज की मदद से यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

इस प्रक्रिया में ट्रेन संचालकों, नियंत्रण कक्ष, क्विक रिस्पॉन्स टीम और अग्निशमन विभाग के बीच समन्वय का मूल्यांकन किया गया। मॉक ड्रिल में यह भी देखा गया कि यदि किसी स्टेशन पर ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन टूट जाती है तो यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

इस दौरान ट्रेन ऑपरेशन स्टाफ और क्विक रिस्पॉन्स टीम ने आपातकालीन ट्रिपिंग स्विच को डाउन कर विद्युत आपूर्ति को रोका। इस परीक्षण से विद्युत व्यवधानों से निपटने के मानक प्रोटोकॉल की प्रभावशीलता सुनिश्चित की गई।

एनसीआरटीसी समय-समय पर सुरक्षा मानकों की जांच के लिए विभिन्न स्टेशनों पर मॉक ड्रिल आयोजित करती है। मॉक ड्रिल आपदा प्रबंधन मैनुअल के तहत 12 अलग-अलग परिस्थितियों पर आधारित होती हैं, जिनमें लिफ्ट फेलियर, स्टेशन पर अधिक भीड़, भूकंप, ट्रेन का पटरी से उतरना, वायरलेस नेटवर्क फेलियर आदि शामिल हैं।

इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी नमो भारत स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) लगाए गए हैं। ट्रेन और स्टेशनों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों का व्यापक नेटवर्क स्थापित किया गया है और सुरक्षा जांच को सख्त बनाने के लिए यूपीएसएसएफ और सीआईएसएफ यात्रियों और सामानों की जांच करती हैं।

इसके साथ ही, पूरे नमो भारत कॉरिडोर पर ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर के माध्यम से ट्रेनों और स्टेशनों की लाइव मॉनिटरिंग की जाती है।

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