बिहार की राजधानी पटना के सबसे पॉश इलाके गांधी मैदान क्षेत्र में उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या की घटना के बाद एक बार फिर से प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने सरकार पर इसे लेकर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने बिहार की वर्तमान स्थिति को महा-गुंडाराज बताया।
उन्होंने पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अभी भी गोपाल खेमका के परिवार के लोग डरे और सहमे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगपति और व्यवसायी की बात छोड़ दीजिए, आम लोगों को सुरक्षा देने में भी नीतीश सरकार विफल है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि जो व्यवसायी जीएसटी देते हैं और बिहार के निर्माण में अपनी भूमिका निभाते हैं, उनकी हत्या प्रदेश के लिए काले धब्बे के समान है। उन्होंने आरोप लगाया कि गोपाल खेमका के शव के पोस्टमार्टम को लेकर भी असंवेदनशीलता देखने को मिली। अगर आज बिहार में कोई उद्योग-धंधा नहीं आ रहा है, तो इसका बड़ा कारण कानून-व्यवस्था है। अभी उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या हुई है। कुछ साल पहले उनके पुत्र की हत्या हुई थी, उस घटना का भी अब तक खुलासा नहीं किया गया है।
उन्होंने यहां तक कहा कि पुलिस ने इस मामले में जो कर्तव्यहीनता दिखाई है, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने असंवेदनशील और कर्तव्यहीन पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार अगर कानून-व्यवस्था को लेकर नहीं जागती है तो ईंट से ईंट बजा दिया जाएगा। लोगों को सुरक्षा देने में एनडीए सरकार ने निराश किया है। जिस तरह मुख्यमंत्री बीमार चल रहे हैं, उनका सिस्टम भी बीमार हो चुका है। नीतीश कुमार को भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। उनसे बिहार नहीं चल रहा है। जो बिहार चला रहे हैं, उनसे भी उन्हें बचना चाहिए।