म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए उच्च तीव्रता वाले भूकंप के कारण जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। म्यांमार में ही एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस आपदा को देखते हुए भारत की एनडीआरएफ की टीमें भी सक्रिय हो गई हैं। एनडीआरएफ के डीजी ने कोलकाता स्थित सेकेंड बटालियन का दौरा किया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक पीयूष आनंद ने कहा कि टीमें तैयार हैं और जब भी सरकार आदेश देगी, तो हम यहां से कूच करेंगे।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक पीयूष आनंद ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मैं कोलकाता के दौरे पर हूं और यहां अधिकारियों से मुलाकात की और जो ऑपरेशन चलाए गए उसका रिव्यू किया है। पिछले दो दिनों का यह दौरा काफी सकारात्मक रहा है और कई चीजें भी देखने को मिली हैं। हम सब जानते हैं कि प्री-मानसून के डिप्लॉयमेंट का मौसम आ रहा है और इस दौरान एनडीआरएफ की जिम्मेदारी बढ़ जाती है, क्योंकि मानसून और बाढ़ की स्थिति में हमारी सबसे अधिक जरूरत पड़ती है। मेरा यह दौरा उसी के मद्देनजर है।”
म्यांमार भूकंप का जिक्र करते हुए महानिदेशक पीयूष आनंद ने कहा, “म्यांमार की घटना से सभी लोग वाकिफ हैं। सब जानते हैं कि काफी हाई मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था और प्रधानमंत्री मोदी ने भी आश्वासन दिया कि भारत प्रभावित क्षेत्रों की मदद करेगा। भारत की तरफ से सप्लाई रवाना हो चुकी है और बाकी मदद को लेकर भी तैयार जोरों पर हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं सिर्फ यही कहूंगा कि हमारी टीमें तैयार हैं, जब भी सरकार हमें आदेश करेगी, तो हमारी टीम तुरंत वहां जाएगी। साथ ही कोशिश यही रहेगी कि प्रभावित लोगों की मदद की जाए और लोगों की जानें बचाई जा सकें।”
पीयूष आनंद ने बताया कि एनडीआरएफ ने अपनी पूरी रिसोर्स को एक्टिवेट कर दिया है। म्यांमार सरकार हमसे क्या गुहार लगाती है, इसे देखना होगा। हमारी तरफ से तैयारी पूरी है और उनकी हर संभव मदद की जाएगी।
म्यांमार और पड़ोसी थाईलैंड में शुक्रवार को उच्च तीव्रता वाला भूकंप आया, जिससे इमारतें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे नष्ट हो गए। म्यांमार में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस बीच, भारत ने शनिवार को म्यांमार को 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी है।