काठमांडू, पीएम नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल बुधवार को भारत की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए। काठमांडू में विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पीएम दहल के साथ उनकी बेटी गंगा दहल और विदेश मंत्री प्रकाश शरण महत का आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है, जिसमें वित्त मंत्री शक्ति बासनेत, ऊर्जा मंत्री प्रकाश ज्वाला, भौतिक अवसंरचना और परिवहन मंत्री रमेश रिजाल, मुख्य सचिव, अन्य सचिव और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री दहल को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के वीवीआईपी लाउंज में प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष देव राज घिमिरे, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गणेश तिमिलसीना, उप प्रधानमंत्री, मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों ने विदा किया।
प्रधानमंत्री का 3 जून को काठमांडू लौटने का कार्यक्रम है। पिछले साल दिसंबर में पद संभालने के बाद प्रचंड (पीएम दहल) का यह पहला अधिकारी है।
विदेश मंत्री सऊद के अनुसार, पीएम दहल और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच बिजली व्यापार सहित द्विपक्षीय हितों और चिंताओं के सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। इसी तरह नेपाल के ऊर्जा और पनबिजली क्षेत्र, व्यापार और परिवहन एवं वायुमार्ग में भारतीय निवेश को बढ़ावा देने पर भी चर्चा होगी।
नेपाल ने भारत के साथ दीर्घकालिक ऊर्जा व्यापार के मुद्दे को भी प्राथमिकता दी है। इसी तरह, नेपाल भारत से बांग्लादेश में बिजली व्यापार का मार्ग प्रशस्त करने का आग्रह करता रहा है। बांग्लादेश पहले ही नेपाल के साथ 50 मेगावाट बिजली तत्काल लेने पर सहमत हो चुका है।
यात्रा के दौरान दोनों देशों के शासनाध्यक्षों के बीच हवाई मार्ग सुनिश्चित करने के मामले पर चर्चा कर किसी नतीजे पर पहुंचने की तैयारी की गई है। प्रचंड और मोदी गुरुवार को सुबह 11 बजे नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में मिलेंगे।
बैठक के बाद, वे एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे और कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। नई दिल्ली में कार्यक्रम संपन्न करने के बाद प्रचंड मध्य प्रदेश के उज्जैन जाएंगे।