नई दिल्ली, । अंतर्राष्ट्रीय संबंध और पर्यटन संबंधी संसदीय समिति के सभापति राज किशोर यादव के नेतृत्व में 8 सदस्यीय नेपाली संसदीय शिष्टमंडल ने बुधवार को संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की।
बिरला ने नेपाल से भारत आए शिष्टमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए इस बात पर जोर दिया कि दोनों देश न केवल पड़ोसी हैं, बल्कि, साझे इतिहास, संस्कृति और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के संरक्षक भी हैं, जिसके कारण दोनों देश एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं।
उन्होंने दोनों देशों के बीच मौजूद सदियों पुराने आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के साथ ही दोनों देशों के लोगों के बीच गहरे भावनात्मक संबंध की बात भी की जिससे दोनों देशों के परस्पर संबंध मजबूत हुए हैं। लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि दोनों देशों के बीच ‘ओपन बार्डर’ और नागरिकों के बीच घनिष्ठ संपर्क से इस बात का पता चलता है कि भारत-नेपाल के संबंध कितनी खास और मैत्रीपूर्ण रहे हैं।
बिरला ने शिष्टमंडल को जानकारी दी कि उनकी यात्रा भारत की संसद के नए भवन में आयोजित हो रहे पहले बजट सत्र के दिन हुई है, जिसमें राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। उन्होंने लोकतांत्रिक देशों की संसदों के बीच परस्पर संवाद को जरूरी बताते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि इस प्रकार हम वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर एक-दूसरे के साथ अपने विचार साझा कर सकते हैं और हमारा एक साझा दृष्टिकोण बनता है।
दोनों देशों के साझे लोकतांत्रिक लोकाचार का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि नेपाल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है और उन्हें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच लंबे समय से विकसित हो रहे संबंध समय के साथ और मजबूत होंगे।
भारत की प्रभावशाली आर्थिक वृद्धि की सराहना करते हुए नेपाल के संसदीय शिष्टमंडल के नेता राज किशोर यादव ने इस आर्थिक यात्रा में सहयोगी भागीदार बनने की अपने देश की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए वर्ष 2014 में उनकी नेपाल यात्रा का स्मरण किया, जब हिमालय के अंचल में बसे देश में उनका जोरदार स्वागत हुआ था।
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