जयपुर, 20 दिसंबर। 16वीं राजस्थान विधानसभा का पहला सत्र बुधवार को शुरू हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा समेत अन्य ने सदस्य के रूप में शपथ ली।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे। कांग्रेस विधायक संसद में सुरक्षा उल्लंघन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने अचानक विधानसभा सत्र बुलाने पर आपत्ति जताई।
प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने नए विधायकों को शपथ दिलाना शुरू किया। सबसे पहले सीएम भजनलाल शर्मा और फिर डिप्टी सीएम दीया कुमारी और डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली। इसके बाद एक-एक कर अन्य विधायकों ने शपथ ली।
199 नए विधायकों को शपथ दिलाने के लिए यह विशेष सत्र दो दिनों के लिए बुलाया गया है।
सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने का काम पूरा होने की संभावना है। गुरुवार को बाकी विधायकों के शपथ लेने के बाद स्पीकर का चुनाव किया जाएगा। कांग्रेस सरकार के समय 15वीं विधानसभा का पहला सत्र 15 जनवरी 2019 को बुलाया गया था। पहले दिन 197 विधायकों ने शपथ ली थी।
अब तक दिसंबर के आखिर या जनवरी में कैबिनेट की शपथ के बाद ही नया विधानसभा सत्र बुलाया जाता रहा है। हालांकि इस बार अब तक कैबिनेट में मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री ही हैं। पूरी कैबिनेट के बिना विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की चर्चा जोरों पर है। अब तक नई सरकार के गठन के बाद पहले राज्य के मंत्रियों को शपथ दिलाई जाती है और फिर विधानसभा का पहला सत्र बुलाया जाता है।