गुजरात सरकार ने विभिन्न जिलों में प्रशासनिक कामकाज को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नए प्रभारी मंत्रियों की घोषणा की है। यह निर्णय हाल ही में बने नए मंत्रिमंडल के गठन के बाद लिया गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार, अब राज्य के सभी जिलों में मंत्रियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं ताकि स्थानीय प्रशासन और विकास कार्यों की निगरानी बेहतर तरीके से की जा सके।
सरकार की ओर से जारी आदेश मुख्यमंत्री की स्वीकृति से पारित किया गया है। परिपत्र में कहा गया है कि प्रभारी मंत्री अपने-अपने आवंटित जिलों का नियमित दौरा करेंगे, वहां की समस्याओं को समझेंगे, अधिकारियों को मार्गदर्शन देंगे और विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकार की नीतियों और योजनाओं का लाभ लोगों तक समय पर और प्रभावी रूप से पहुंचे।
प्रभारी मंत्रियों की नई सूची में हर्ष सांघवी, कनुभाई देसाई, तुभाई वघानी, ऋषिकेष पटेल, कुंवरजी बावलिया, नरेश पटेल, अर्जुन मोढवाडिया, डॉ. रुम्मन वघासिया, रमन सोलंकी, ईश्वरसिंह पटेल, फुलछगन पंसेरिया, डॉ. मिनशा वकील, परषोत्तम सोलंकी, कांतिलाल अमृतिया और रमेश कटारा के नाम शामिल हैं।
इसके अलावा कुछ जिलों के लिए सह-प्रभारी मंत्रियों को भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है ताकि जिला प्रशासन के कामकाज की निरंतर समीक्षा और निगरानी बनी रहे।
इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य जिलों में विकास की रफ्तार बढ़ाना, योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी करना और जनता से सीधा संवाद स्थापित करना है। प्रभारी मंत्री संबंधित जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर समस्याओं का समाधान करेंगे और राज्य स्तर पर उनकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
गुजरात सरकार का यह कदम सुशासन और जवाबदेही को मजबूत करने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है। राज्य के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नए प्रभारी मंत्रियों की यह नियुक्ति मुख्यमंत्री के विजन ‘विकसित गुजरात- सबका साथ, सबका विकास’ को और आगे बढ़ाने में मदद करेगी।

