सादुलशहर में व्यापार मंडल भवन में कल आयोजित बैठक में विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिभागियों ने राजस्थान के श्रीगंगानगर और अन्य जिलों में नहरों के माध्यम से प्रदूषित पानी की आपूर्ति के खिलाफ 24 अगस्त को विरोध प्रदर्शन के लिए ‘लुधियाना चलो’ का आह्वान किया।
‘ज़हर से मुक्ति’ अभियान के संयोजक मनिंदर सिंह मान ने कहा कि पंजाब से नहरों में आने वाले ज़हरीले पानी पर कोई रोक नहीं है, जिससे बीमारियाँ फैल रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषित पानी पूरी मानवता के लिए बहुत बड़ा ख़तरा है।
भाखड़ा नहर संघर्ष समिति के अध्यक्ष मोहिंदर ढिल्लों ने कहा कि लोगों की व्यापक एकता के बिना सरकारें इस समस्या पर ध्यान नहीं देंगी। माकपा नेता पाला राम नायक ने कहा कि जहरीले पानी और नशे के खिलाफ आंदोलन सभी के जीवन से जुड़ा है।
किसान नेता रविंदर तारखान ने कहा कि मेडिकल और सिंथेटिक ड्रग्स युवाओं की जान ले रहे हैं। कैंसर के अलावा ड्रग्स के ओवरडोज से मौतों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि नशे की लत के कारण अपराध भी बढ़ रहे हैं।
प्रदीप झोरड़, सुखवीर सिंह फौजी और सीपीएम तहसील सचिव तारा चंद सोनी ने कहा कि नहरी पानी प्रदूषण के खिलाफ जन आंदोलन बनाने के लिए पंजाब और राजस्थान के लोगों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है।
अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष कौर सिंह सिंधु ने कहा कि पंजाब सरकार ने जल प्रदूषण से निपटने के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए हैं, जबकि पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने इस संबंध में दर्ज शिकायतों पर भारी जुर्माना लगाया था। इसलिए मार्च का उद्देश्य पंजाब और राजस्थान के लोगों को जोड़ना है।