राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादी अर्श डल्ला से जुड़े नीमराणा होटल फायरिंग मामले में तीन और आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
एजेंसी ने जयपुर स्थित एनआईए की विशेष अदालत में अपना दूसरा पूरक आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें धर्मेंद्र सिंह, गौरव और दीपक को यूए (पी) अधिनियम 1967 की धारा 18 और 20 के तहत नामजद किया गया है।
इसके साथ ही एनआईए ने अब तक डाला और अन्य से जुड़ी साजिश से संबंधित आरसी 01/2024/एनआईए/जेपीआर मामले में कुल छह आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
सचिन उर्फ प्रवीण उर्फ धोलिया, योगेश उर्फ मोनू और विजय उर्फ काले के रूप में पहचाने गए तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ पिछले महीने एनआईए ने आरोपपत्र दाखिल किया था।
राजस्थान पुलिस ने मूल रूप से सात अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था और मामले में कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में एनआईए ने अपने हाथ में ले लिया था। एनआईए साजिश की जांच जारी रखे हुए है।
एनआईए अब इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि साजिश के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके। एजेंसी अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि इस तरह की आतंकी गतिविधियों को रोका जा सके। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और एनआईए को उम्मीद है कि जल्द ही साजिश के और तार जुड़ेंगे।
यह कार्रवाई एनआईए की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है।
इससे पहले 17 अप्रैल को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2022 के कोयंबटूर कार बम विस्फोट मामले में पांच और आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। आईएसआईएस प्रेरित हमले में आत्मघाती हमलावर की मौत हो गई थी। यह इस मामले में एनआईए की चौथी पूरक चार्जशीट थी।
चार्जशीट में शेख हिदायतुल्ला, उमर फारूक, पावस रहमान, शरण मरियप्पन और अबू हनीफा को आतंकवाद के वित्तपोषण और अन्य गतिविधियों के लिए आरोपी बनाया गया है। इस चार्जशीट के साथ, अब इस मामले में कुल 17 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।