पटना, 2 अक्टूबर । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए को चुनौती दी है कि अगर उनमें हिम्मत है तो वो जेडीयू तोड़ कर दिखाएं। एनडीए के कुछ नेता दावा कर रहे थे कि जेडी-यू जल्द ‘टूट’ जाएगी।
कुमार ने पटना में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, “ये बेतूका बयान है जिसका कोई मतलब नहीं है। अगर भाजपा में हिम्मत है, तो जद-यू को तोड़ कर दिखाए।”
इससे पहले, आरएलजेडी के उपेंद्र कुशवाहा, बिहार बीजेपी प्रमुख सम्राट चौधरी, जीतन राम मांझी और अन्य नेताओं ने दावा किया था कि जेडी-यू जल्द ही दो हिस्सों में टूट जाएगा – एक हिस्सा बीजेपी के पास जाएगा और दूसरा हिस्सा राजद के पास जाएगा।
नीतीश कुमार के बयान के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि बीजेपी को जेडीयू को तोड़ने की जरूरत नहीं है। नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को राज्य का मुख्यमंत्री बनाएं और फिर देखें क्या होता है।
प्रसाद ने कहा, “महागठबंधन बनाने के दौरान ऐसी चर्चा थी कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के बीच एक डील हुई है कि तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनाया जा सकता है और नीतीश कुमार पूरे महागठबंधन के बैकअप के साथ केंद्रीय राजनीति में जाएंगे।”
प्रसाद ने कहा, “अब, तथाकथित महागठबंधन के नेता उन्हें कोई वैलू नहीं दे रहे हैं। वह न तो विपक्षी दलों के संयोजक बने और न ही प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार। नीतीश कुमार की कोशिशें नाकाम रहीं और इसका असर बिहार पर भी पड़ रहा है। तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाएं और देखें कि जद-यू का क्या होता है।”
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