पटना, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दलों की बैठक से वे लोग घबराहट में हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि विपक्षी दलों की जब बैठक हुई तो अब अपननी बैठक बुला रहे। पहले कभी बैठक बुलाते थे?
पटना में बुधवार को पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने मणिपुर की घटना की चर्चा करते हुए कहा कि इस मामले पर सभी विपक्ष एकजुट है। उन्होंने कहा कि जो घटना वहां हुई है और महिलाओं के साथ जो हुआ है वह सभी ने देखा।
उन्होंने कहा कि इसपर प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए। काफी समय से ये कहा जा रहा था कि वो वहां जाएं। मणिपुर की घटना के खिलाफ विपक्ष एकजुट है और अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए तय हुआ है।
विपक्षी दलों की बैठक के संबंध में उन्होंने कहा कि अब उन्हें खतरा हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आप सोच लीजिए जो हम लगे हुए थे, इतने दिन से और फिर पटना में मीटिंग हुई, बेंगलुरु में मीटिंग हुई और सब बात हो गई। उसके बाद नाम तय हो गया, नामकरण हो गया।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह से अभी तो मीटिंग का दौर चलेगा। हमारा सुझाव है जल्दी से जल्दी एक एक चीज को बात कर यह तय कर लेना चाहिए कि कौन कहां लड़ेगा।
नीतीश कुमार से जब पत्रकारों ने गठबंधन में भ्रष्टाचारियों के शामिल होने के विषय में पूछा तो उन्होंने सीधे तौर से इसका जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वे इतिहास बदलना चाह रहे हैं, वो जान लें कि अब इतिहास नहीं बदलेगा। नई पीढ़ी के लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि वे एकबार भी बापू का नाम लेते हैं?
पूर्व प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए नीतीश ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सही थे। अब ये लोग आए हैं तो अलग तौर तरीके से चलने लगे हैं। देश के इतिहास को ये बदलना चाह रहे हैं इसलिए हम इन लोगों से अलग हो गए। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य लोगों के हित में काम करना है। सबके हित में हम बिना आपस में विवाद किए काम करते हैं।
नीतीश कुमार ने वर्तमान एनडीए को नकारते हुए कहा कि वे घबराए हुए हैं। उन्हें जो दावा करना है वो करें, एनडीए अब है ही नहीं। अटल बिहारी वाजपेयी के समय एनडीए था।